न्यूज एजेंसी एएफपी मुताबिक, इस वैक्सीन को मॉस्को के गामेलया इंस्टीयूट ने बनाया है। इसे रूस ने पास कर दिया है और अब जल्द ही इसके डोज तैयार होने शुरू हो जाएंगे। इस खबर के बाद दुनिया को कोरोना को हारने के लिए एक उम्मीद मिल गई है। हालांकि, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों ने अभी भी रूस के दावे पर विश्वास नहीं किया है।