महिलाओं पर अत्याचार के लिए बदनाम है ये मुस्लिम देश, लेकिन असलियत है कुछ और
ईरान: अमेरिका और ईरान के बीच शुरू हुए युद्ध ने दुनिया को चिंतित कर दिया है। इस युद्ध से इन देशों में रहने वाले लोगों की जिंदगी भी प्रभावित होने लगी है। खासकर ईरान में रहने वाले लोगों के लिए ये युद्ध कई तकलीफें लेकर आया है। ईरान की पहचान हमेशा से ही एक कट्टरपंथी मुस्लिम देश के तौर पर होती है। इस देश के नियम-कायदे भी बहुत सख्त हैं और महिलाओं पर कई तरह की पाबंदियां हैं। ये सभी बदलाव 1 अप्रैल 1979 में ईरान को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान का दर्जा मिलने के बाद आए। पर असल में यहां लाइफ बाकी देशों की ही तरह बहुत ही सामान्य दिखती है। फोटोग्राफर जॉन मूर ने इस देश में रहने वालों की जिंदगी तस्वीरों के जरिये लोगों को दिखाई।
Asianet News Hindi | Published : Jan 6, 2020 5:35 AM IST / Updated: Jan 06 2020, 03:41 PM IST
ईरान की हमेशा ऐसी झलक दिखाने की कोशिश की गई, जो वेस्टर्न कल्चर और मॉडर्न लाइफस्टाइल का विरोध करती है, पर असल में ऐसा जरा भी नहीं है।
यहां के लोगों की लाइफस्टाइल उस धारणा से बिल्कुल अलग है, जो यहां के कट्टरपंथियों और वेस्टर्न मीडिया ने दिखाने की कोशिश की।
ईरान एक ऐसा देश है, जिसने कट्टर परंपराओं और आधुनिकता के बीच का रास्ता काफी हद तक निकाल लिया है और यहां के लोग एक सामान्य जिंदगी जी रहे हैं।
इस कोशिश का सबसे ज्यादा असर ईरान की कल्चरल और इंडस्ट्रियल कैपिटल तेहरान में देखने को मिलता है। बात चाहे पहनावे की हो या फिर अपने शौक पूरे करने की, ये काफी हद तक आजाद हैं।
महिलाओं को भी जिम से लेकर हुक्का बार और पार्टीज में आसानी से देखा जा सकता है। वो यहां भी पुरुषों की बराबरी में बाहर काम करती दिखाई देती हैं।
बीते कुछ सालों से इस देश की महिलाओं में प्लास्टिक सर्जरी का क्रेज बढ़ा है।
ईरान में सख्त इस्लामिक कानून लागू है, बावजूद इसके यहां के ज्यादातर घरों में इसका असर नहीं के बराबर दिखता।
घर के अंदर महिलाओं के कपड़े, बाल और लाइफस्टाइल से लेकर घर के इंटीरियर तक सब पर वेस्टर्न स्टाइल ही हावी है। हालांकि, पब्लिक प्लेस पर हेडस्कॉर्फ से लेकर पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनना जरूरी है।