आज रात आसमान से हर घंटे बरसेंगे आग के 20 गोले, बिना टेलिस्कोप के घर की छत से दिखेगा ऐसा नजारा

हटके डेस्क: दुनिया कोरोना की वजह से परेशान हो चुकी है। ये वायरस अब हवा के जरिये भी फैलने लगा है, इसकी संभावना WHO ने भी जताई है। जहां 2020 की शुरुआत से ही पृथ्वी पर कई अड़चनें और आपदाएं आती जा रही है, वहीं इस साल अंतरिक्ष में भी काफी ज्यादा हलचल नजर आ रही है। कभी उल्कापिंड तो कभी चंद्र और सूर्य ग्रहण। इस बीच अब 29 और 30 जुलाई की रात आसमान में एक साथ कई आग के गोले टूटकर गिरते दिखेंगे। इससे कोई नुकसान तो नहीं होगा लेकिन ये नजारा आपको काफी सुखद अहसास दिलवाएगा। सबसे अच्छी बात तो ये है कि इस नज़ारे को देखने के लिए आपको टेलेस्कोप की जरुरत नहीं पड़ेगी। आप घर की छत से ही इसे एन्जॉय कर पाएंगे। आइये आपको बताते हैं कब और कैसे आप इस नज़ारे का कर पाएंगे दीदार... 
 

Asianet News Hindi | Published : Jul 29, 2020 4:46 AM IST / Updated: Jul 29 2020, 02:19 PM IST

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आज रात आसमान से हर घंटे बरसेंगे आग के 20 गोले, बिना टेलिस्कोप के घर की छत से दिखेगा ऐसा नजारा

आज रात आसमान में Delta Aquariids की बरसात होगी। उल्कापिंडों के समूह Delta Aquariids की बरसात को आप नंगी आँखों से ही देख पाएंगे। 

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वैसे तो ये बरसात अभी से लेकर आने वाले कई दिनों तक दिखती रहेगी लेकिन 29 और 30 जुलाई को जो नजारा दिखेगा वो अद्भुत होगा। 

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इस दौरान साइंटिस्ट ने दावा किया है कि हर घंटे करीब 20 उल्कापिंड टूटकर नीचे गिरेंगे। साथ ही ये इतनी नजदीक से गुजरेंगे कि आपको टेलिस्कोप की जरुरत नहीं होगी। 
 

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आपको बता दें कि उल्कापिंड की बरसात तब होती है जब पृथ्वी धूमकेतु द्वारा छोड़े गए मलबे की एक धारा से गुजरती है, जिससे धूल और चट्टान के टुकड़े वातावरण में जल जाते हैं।
 

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क्योंकि उल्कापिंड काफी धुंधली हो सकती हैं इसलिए उन्हें अंधेरे आकाश में देखना सबसे अच्छा है। जब चाँद की रौशनी भी तेज ना हो, और आसमान में अंधेरा हो तब ये उल्कापिंड साफ़ दिखते हैं। 
 

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हर साल Delta Aquarids 12 जुलाई से 23 अगस्त तक सक्रिय रहता है। जिसमें 29 जुलाई और 30 जुलाई के शुरुआती घंटों में ये बरसात चरम सीमा पर होगी। इस दौरान हर घंटे करीब 20 उल्कापिंड जमीन पर गिरेंगे। 
 

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अब सवाल है कि ये बरसात किन इलाकों में दिखेंगे। तो आपको बता दें कि दक्षिणी गोलार्ध से इन्हें सबसे अच्छी तरह से देखा जाता है। वहीं उत्तरी गोलार्ध में मध्य अक्षांश पर रहने वाले लोग शॉवर की एक झलक देख सकते हैं।

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रॉयल म्यूजियम ग्रीनविच  का कहना है कि अगर आपको ये नजारा साफ़ देखना है तो किसी तरह के बाइनोकुलर्स का इस्तेमाल ना करें। नंगी आँखों से ही आपको ये नजारा साफ़ दिखेगा।  

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बता दें कि ये बरसात आपको रात के लगभग 3:30 बजे सबसे साफ दिखेगा। आरएमजी का कहना है, अगर आप  आपको इस नज़ारे का साक्षी बनना है तो आसमान में रात के 2 बजे से नजर गड़ा कर रखें। 
 

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