प. बंगाल में 27 मार्च से वोटिंग, लेकिन इस जिले में तो पहले से मतदान शुरू, 80 साल की महिला ने डाला पहला वोट
पश्चिम बंगाल में पहले चरण के लिए 27 मार्च को मतदान होना है, लेकिन उससे पहले ही 80 साल की एक महिला ने अपना वोट डाल दिया। दरअसल, इस बार चुनाव आयोग ने डोर-टू-डोर सिस्टम के तहत पोस्टल बैलेट के जरिए 80 साल से ऊपर के बुजुर्गों को ये सुविधा दी है। इसमें चुनाव अधिकारी सहित सुरक्षाबल के जवान होते हैं और पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग होती है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 18, 2021 4:47 AM IST / Updated: Mar 18 2021, 10:33 AM IST
पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम जिले में बसंती शिट ने विधानसभा चुनाव में पहला वोट डाला। उसके वार्ड के सात अन्य ने भी पोस्टल बैलेट के जरिए वोट किया। इनमें छह 80 साल से ऊपर और एक व्यक्ति विकलांग है।
मतदान के लिए घर के बाहर कार्डबोर्ड का स्ट्रक्चर तैयार किया गया। इस दौरान सीआरपीएफ के कुछ कर्मियों और पुलिसकर्मियों के साथ चुनाव अधिकारी और पार्टियों के एजेंट मौजूद थे। ये टीम मंगलवार की सुबह महिला के घर पहुंची।
चुनाव आयोग ने कहा, उसके परिवार के सदस्यों को उस कमरे में आने-जाने की अनुमति नहीं दी गई थी जहां मतदान हुआ। मतपत्र को एक लिफाफे में रखा गया था और उसके सामने सील कर दिया गया। मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई।
झारग्राम के चार विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को पहले चरण के मतदान होंगे।
पहला मतदान करने वाली बुजुर्ग के पोते ने कहा कि दादी वोट देने के बाद खुश थीं। मेरी दादी ठीक से नहीं चल सकतीं। हमारे लिए उन्हें मतदान केंद्र तक ले जाना बहुत मुश्किल होगा। जैसा कि चुनाव आयोग ने वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग व्यक्तियों को पोस्टल बैलट के जरिए मतदान की अनुमति दी है। इससे वे बहुत खुश हैं।
चुनाव अधिकारी ने कहा कि मतदान कर्मियों की लगभग 86 टीमें उन लोगों के घरों का दौरा करेंगी, जिन्होंने पहले चरण के मतदान से पहले अगले छह दिनों तक घर-घर मतदान की सुविधा का विकल्प चुना था।
अधिकारी ने कहा कि कम से कम 5,715 मतदाताओं ने अब तक 30 विधानसभा क्षेत्रों में पोस्टल बैलट के जरिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है।
उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान के लिए कम से कम 32,432 लोग डाक मतपत्रों के जरिए से मतदान करने के पात्र हैं।
उन्होंने कहा, इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कोई निश्चित समय सीमा नहीं है। हम इस तरह के वोटों को इकट्ठा करने के लिए हर घर में जा रहे हैं और पहले चरण के चुनावों की शुरुआत से पहले इसे खत्म करना है।
पश्चिम बंगाल की 294 सीटों पर आठ चरणों में होने वाले चुनाव 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच होंगे। मतों की गिनती 2 मई को होगी।