कोरोना की मार से इटली में 9 हजार मौतें, इलाज कर रहे 51 डॉक्टर्स ने भी तोड़ा दम, PHOTOS में देखें हालात

रोम. कोरोना वायरस महामारी का गढ़ बन चुके इटली में मौत का तांता टूटने का नाम नहीं ले रहा है। इटली में एक दिन 1 हजार मौतें हुई हैं। इन सब के बीच हैरान करने वाली खबर सामने आई है कि कोरोना से दो-दो हाथ कर रहे डॉक्टर्स भी अब सुरक्षित नहीं हैं। ताजा जारी आंकड़ों के मुताबिक 51 डॉक्‍टरों की इस किलर वायरस की चपेट में आने से मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि ये सभी डॉक्‍टर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे थे और इसी दौरान संक्रमित हो गए। इस बीच इटली में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्‍या 9,134 पहुंच गई है जो दुनिया में सबसे ज्‍यादा है।
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 28, 2020 10:49 AM IST

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कोरोना की मार से इटली में 9 हजार मौतें, इलाज कर रहे 51 डॉक्टर्स ने भी तोड़ा दम, PHOTOS में देखें हालात
मीडिया रिपोर्ट मुताबिक ये सभी 51 डॉक्‍टर कोरोना वायरस पॉ‍जिटिव पाए गए थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इटली के डॉक्‍टर संघ के अध्‍यक्ष फिलिपो अनेल्‍ली ने हाल ही में इसी खतरे को देखते हुए डॉक्‍टरों के लिए और ज्‍यादा सुरक्षा उपकरण मांगे थे।
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अनेल्‍ली ने कहा, 'सबसे पहला काम डॉक्‍टरों और हेल्‍थ केयर वर्कर की सुरक्षा करना है ताकि वे कोरोना की चपेट में न आएं।'
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इस बीच इटली को कोरोना वायरस की त्रासदी से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। पिछले हफ्ते एक-दो दिन मरने वालों की संख्या में कमी आने से माना जा रहा था कि शायद जल्द ही यह देश इस महामारी से उबर जाएगा।
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हालांकि, शुक्रवार को एक बार फिर भयानक रिकॉर्ड दर्ज करते हुए कोरोना ने इटली में 970 से ज्यादा लोगों की जान ले ली।
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इटली में अब तक कोरोना से कुल 86,498 पॉजिटिव केस आ चुके हैं। देश की आबादी ज्यादातर बुजुर्ग होने के कारण इन लोगों को बचा पाना एक बड़ी चुनौती बन चुका है।
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आलम यह है कि शहर की दीवारों से लेकर अखबार के पन्ने तक हर दिन हो रहीं मौतों के शोक-संदेशों से पटे पड़े हैं।
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अस्पताल में सेवा, सड़कों पर भी ड्यूटीः रोम के ऑस्टिया में मेडिकल स्टाफ अस्पतालों में तो जुटा ही है, सड़कों पर ऐसे लोगों के लिए निकला है जो बेघर हैं।
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देश में लॉकडाउन की स्थिति है और ऐसे में बेघर लोगों की मदद को हाथ आगे बढ़ रहे हैं।
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कोरोना से लड़ाई के लिए उतरे हैं जवान भीः इटली ने कोरोना वायरस से जंग के खिलाफ अपने सेना भी उतार दी है।
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लॉकडाउन सही तरीके से हो, यह देखने के लिए सेना के जवान चप्पे-चप्पे पर पहरा दे रहे हैं। जब सारा देश घरों में बंद है, ऐसे में ये जवान अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
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अपनों को खोया, अब लड़ाई का वक्तः इटली में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। माना जा रहा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद देश सबसे भयानक हालात का सामना कर रहा है।
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लोगों ने इस भयानक वायरस के चलते अपनों को खो दिया है लेकिन अभी और भी लंबी लड़ाई सामने है और इटली इस चुनौती से लड़ने के लिए तैयार दिख रह है।
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6 करोड़ लोग अपने घरों में कैदः इटली का लोम्बार्डी प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित है। इटली पूरी तरह से लॉकडाउन है। देश के करीब 6 करोड़ लोग अपने घरों में कैद हैं।
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इटली में एक दिन में 970 लोगों की मौतः ताजा आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को इटली में मरने वालों की संख्या में रेकॉर्ड इजाफा हुआ है। यहां अब तक एक दिन में 970 लोगों की मौत हो गई।
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इटली में मरने वालों की कुल संख्या 9,134 हो गई है। यहां 86,498 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि सिर्फ 10,950 ठीक हो चुके हैं। इस हफ्ते एक दो बार आंकड़ों में कमी आने से देश का मेडिकल स्टाफ मुस्कुराने लगा था लेकिन एक बार फिर हालात दर्दनाक हो गए हैं। हालांकि, इन्फेक्शन का रेट पिछले दिनों रहे 8% से कम होकर 7.4% पर आ गया है।
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इटली का ही एक कस्‍बा दुनिया को उम्‍मीद की किरण दिखा रहा है। इस कस्‍बे का नाम है वो। वो कस्बा इटली के बाहरी इलाके वेनेतो रीजन में आता है। इसकी आबादी करीब 3 हजार है और यह वेनिस से 70 किलोमीटर दूर है।
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21 फरवरी को उस समय यह शहर सुर्खियों में आ गया जब यहां पर एक संक्रमित व्‍यक्ति की मौत हो गई। इटली के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने इसे एक क्‍लस्‍टर इंफेक्‍शन बताया। जिसके बाद इस कस्बे ने 23 फरवरी को खुद को क्वारंटाइन कर लिया।
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इसके ठीक बाद लोहे की चादर से एक दीवार बनाई गई। किसी को भी इस दीवार से बाहर जाने या आने की अनुमति नहीं दी गई। केवल दवाओं को ही वो में आने-जाने की अनुमति दी गई। वो में रहने वाले और स्‍थानीय पार्षद अलेस्सियो टूरेट्टा ने एक मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारी मुख्‍य रणनीति यह थी कि इस आपात स्‍वास्‍थ्‍य स्थिति में लोगों को क्‍वारंटाइन करना और ज्‍यादा से ज्‍यादा टेस्‍ट करना।
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वो कस्‍बे की 97 प्रतिशत जनता की जांच की गई। ऐसा इटली में कही नहीं हुआ था। उन्‍होंने एक दिन में 800 नमूनों की जांच की। 29 फरवरी को सामूहिक जांच के बाद 3 प्रतिशत लोग कोरोना पॉटिटिव निकले। इन सभी को घर में ही आवश्‍वयक रूप से कैद कर दिया गया। इसके अलावा जो लोग गंभीर रूप से बीमार थे, उन्‍हें तत्‍काल हॉस्पिटल ले जाया गया।
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इटली में लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद लोग घरों में कैद हैें। इन सब के बीच लोगों को जरूरी सामान खरीदने के लिए सरकार ने छूट दी तो लोग कतार में खड़े होकर सामानों की खरीददारी करने मार्केट पहुंचे। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग नजर आई।
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कोरोना वायरस से जारी जंग के बीच लोग जरूरी सामानों की खरीददारी करने मार्केट में दिखाई दिए।
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कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की पूरी टीम लगी हुई है।
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