वैसे कृत्रिम बारिश कराने का पहला प्रयोग जनरल इलेक्ट्रिक लैब द्वारा फरवरी 1947 में बाथुर्स्ट, ऑस्ट्रेलिया में किया गया था। कृत्रिम वर्षा को क्लाउड-सीडिंग भी कहा जाता है। इसमें सिल्वर आयोडाइड और सूखी बर्फ जैसे ठंडा करने वाले रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। भारत में कुछ साल पहले इसका प्रयोग हुआ था। लेकिन चीन अच्छी बारिश पर फोकस कर रहा है।
(खबर को प्रभावी दिखाने सांकेतिक तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है)