म्यांमार में 1 फरवरी को हुए सैन्य तख्तापलट के बाद मानों पूरा देश खौफ के साये में जी रहा है। सड़कें खून से रंग चुकी हैं। यहां सेना की क्रूरता का सबसे भयानक चेहरा सामने आया है। तख्तापलट के बाद अब तक सेना विरोध प्रदर्शन कर रहे 138 लोगों को मौत के घाट उतार चुकी है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि सेना प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मार रही है। म्यांमार में सेना की यह तानाशाही सारी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गई है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर सेना के अत्याचार की कड़ी निंदा की। दुनिया के तमाम देश म्यांमार के घटनाक्रम की निंदा कर रहे हैं। पढ़िए पूरी कहानी...