राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शुरू में श्रीलंका के आर्थिक संकट को वैश्विक कारकों पर जिम्मेदार ठहराया। इसके लिए कोरोना महामारी को जिम्मेदार माना गया, जिसकी वजह से श्रीलंका का पर्यटन उद्योग धराशाई हो गया। अब रूस-यूक्रेन युद्ध ने वैश्विक तेल की कीमतों को आगे बढ़ाया।