वरुण मेलबर्न में शेफ की नौकरी करते हैं। वरुण ने खुद के खर्चे पर कायान का इलाज कराने की बात कही, तो इमीग्रेशन विभाग ने उनसे अगले 10 साल में इलाज पर खर्च होने वाली राशि करीब 6 करोड़ रुपए की बचत दिखाने को कहा। वरुण के सामने दिक्कत यह है कि एक साथ इतनी बड़ी रकम नहीं जुटा सकते।