जिंदा जानवर खाओगे, तो यही होगा...हंता वायरस को लेकर चीन पर यूं निकला यूजर्स का गुस्सा
अभी दुनियाभर में चीन से निकले कोरोना वायरस का कहर मौत बनकर टूट रहा है। अभी तक इससे 16500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अभी इसका इलाज मिला नहीं कि चीन से एक और वायरस आफत बनकर सामने आ रहा है। ची
Asianet News Hindi | Published : Mar 24, 2020 1:11 PM IST / Updated: Mar 24 2020, 06:43 PM IST
दरअसल, चीन के यूनान प्रांत में एक शख्स की मौत हंता वायरस से हुई है। पीड़ित व्यक्ति बस में सवार होकर लौट रहा था। श्ख्स की मौत के बाद बस में सवार सभी यात्रियों की जांच की गई। यह खबर चीन की सरकारी मीडिया में भी दिखाई गई।
वहीं, इस जानकारी के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मचा है। लोग चीन पर तमाम तरह के आरोप भी लगा रहे हैं। वहीं, कुछ यूजर्स का कहना है कि चीन में जब तक जानवरों को जिंदा खाना बंद नहीं किया जाएगा, इसी तरह से होता रहेगा।
सोशल मीडिया पर हंता को लेकर तमाम प्रकार की जानकारियां और मीम भी शेयर किए जा रहे हैं। हंता वायरस ट्विटर पर ट्रेंड भी कर रहा है।
एक यूजर ने लिखा- चीन ने नए वायरस की खोज कर ली है। दुनिया का इस पर कुछ इस तरह रिएक्शन है।
क्या है हंता वायरस: मीडिया रिपोर्ट की मानें तो विशेषज्ञों के मुताबिक यह कोरोना वायरस जितना घातक नहीं है। यह हवा के रास्ते भी नहीं फैलता। यह चूहे या गिलहरी के संपर्क में इंसान के आने से फैलता है। (एक यूजर ने ये मीम शेयर किया।)
एक यूजर ने लिखा- पहली बार हंता के बारे में सुनकर मेरा रिएक्शन।
ट्विटर पर हंता को ट्रेंड करता देख कोरोना भी हैरान हो गया।
जानकारी के मुताबिक, अगर कोई स्वस्थ्य व्यक्ति संक्रमित शख्स के संपर्क में आता है तो उसे भी हंता वायरस से संक्रमित होने का खतरा रहता है।
अगर कोई शख्स चूहों की आंख, नाक, मुंह, मल और पेशाब को छूता है तो वह संक्रमित हो सकता है।
इस वायरस के संक्रमण के लक्षण बुखार, सिर दर्द, शरीर में दर्द, पेट में दर्द, उल्टी, डायरिया हैं। अगर इलाज में देरी होती है तो संक्रमित इंसान के फेफड़े में पानी भी भर जाता है, उसे सांस लेने में परेशानी होती है।
चीन के वुहान से ही दिसंबर में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। अब यह वायरस दुनिया भर के लिए मुसीबत बन चुका है। अब तक 16 हजार से ज्यादा लोगों की मौत इससे हो चुकी है.
अकेले चीन में कोरोना से 3200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 80 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। 73 हजार लोग ठीक हो चुके हैं।