कब्रिस्तान में बदल रहा इटली, 24 घंटे में 793 की मौत; मदद के लिए रूस ने भेजी सेना
रोम. कोरोना वायरस दुनिया के 188 देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। अब तक 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के वुहान से निकला यह वायरस दुनियाभर के लिए एक मुसीबत बन चुका है। जहां चीन में अब स्थिति काबू में है, वहीं इटली में हर रोज हालत और ज्यादा बिगड़ रहे हैं। यहां पिछले 24 घंटे में 793 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 6500 नए मामले सामने आए हैं।
Asianet News Hindi | Published : Mar 22, 2020 7:57 AM IST / Updated: Mar 24 2020, 04:48 PM IST
कोरोना से मौत के मामले में इटली ने चीन को काफी पीछे छोड़ दिया है। यहां अब तक 4825 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन में अब तक कोरोना से करीब 3261 लोगों की मौत हुई हैं।
इटली में सबसे ज्यादा प्रभावित लोम्बार्डी है। यहां 21 मार्च को 546 लोगों की मौत हुई है। इटली में हर रोज मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। यहां 20 मार्च को 627, 19 मार्च को 427 लोगों की मौत हुई थी।
उधर, इटली में बिगड़ते हुए हालातों को देखकर रूस ने मदद की पेशकश की है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इटली में मदद के लिए सेना भेजने का फैसला किया है।
इटली में रविवार से रूस की सेना मेडिकल मदद उपलब्ध कराएगी। पुतिन ने शनिवार को इटली के प्रधानमंत्री ज्यूसेपे कॉन्टे से बात की। इस दौरान उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था। (फाइल फोटो)
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि विशेष विमान के द्वारा रविवार के इटली में मेडिकल उपकरणों के आठ मोबाइल ब्रिगेड भेजी गईं।
रूस में अब तक कोरोना के 306 केस सामने आए हैं। वहीं, यहां एक की मौत भी हुई है।
इटली में लॉकडाउन है। यहां करीब 6 करोड़ से ज्यादा लोग घरों में कैद हैं। यहां तक की इटली सरकार ने सभी पार्कों को भी बंद कर दिया है। सरकार ने सभी लोगों से घर पर ही एक्सरसाइज करने को कहा है।
समाचार एजेंसी के रॉयटर्स के मुताबिक, इटली में मौत का जो आंकड़ा अभी तक सामने आया है, मौतें उससे कई गुना ज्यादा हुई हैं। इटली के लोम्बार्डी के मेयर ने बताया कि यहां आधिकारिक आंकड़ों से चार गुना ज्यादा मौतें हुई हैं।
मेयर ने हफिंगटन पोस्ट को बताया, बूढ़े लोग घर और वृद्धाश्रम में मर रहे हैं। इनकी कोई परवाह नहीं कर रहा है। इसके अलावा यहां रहने वाले कई लोगों ने भी इस बात की पुष्टि की है।
इटली की सरकार ने पिछले हफ्ते ही 25 मार्च तक सभी रेस्टोरेंट, बार और दुकानें बंद करने का आदेश दिया था। इटली में लॉकडाउन है। लेकिन इन सबके बाद भी मौतों का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है।
दुनिया में कुल मौतों में 36.6% अकेले इटली में हुई हैं। इटली का लोम्बार्डी नया वुहान बन रहा है। वुहान में ही कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। यहीं दिसंबर में पहली मौत हुई थी। चीन में सबसे ज्यादा मौतें इस प्रांत में ही हुई हैं।
इटली में सेना को बुलाया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यहां सेना के ट्रकों में शवों को लादकर ले जाया जा रहा।
शवों को दूसरी जगह ले जाकर दफनाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई देशों में शवों को दूसरी जगह ले जाकर दफनाया जा चुका है। ये तस्वीरें कोरोना की सबसे भयावह तस्वीरों में से एक हैं।
इटली में आधिकारिक तौर पर 20 फरवरी को पहले केस की पुष्टि हुई थी। यहां 1 महीने में ही स्थिति बेहद खराब हो गई। लगातार बढ़ते मामलों के चलते इटली के लोम्बार्डी में अस्पतालों में जगह नहीं बची।
इटली में लॉकडाउन है और लोगों को सार्वजनिक जगहों पर एक दूसरे से 3 फुट की दूरी पर रहने को कहा गया है। स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, रेस्तरां, सिनेमा हॉल को बंद कर दिया गया है।
यहां तक की मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस कम पड़ गई हैं। ICU में भी जगह नहीं बची। डॉक्टरों की कमी है। यहां तक की डॉक्टर अस्पतालों के बाहर मरीजों की जांच कर रहे हैं।
बढ़ती हुई मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्थाई अस्पताल और आईसीयू सेंटर भी बनाए जा रहे हैं। (इटली के मिलान में तैयार होता आईसीयू))
देश की सड़कें वीरान हो चुकी हैं। जहां कभी लोगों की भीड़ लगी रहती थी। वहां अब इक्के-दुक्के लोग नजर आ रहे हैं।
सड़कों पर दिखने वाले लोगों को पुलिस को बाहर निकलने की वजह बतानी पड़ रही है। वाजिब कारण ना होने पर उन्हें वापस घर भेज दिया जा रहा है।