पिछले महीने ही सिक्योरिटी ने संस्थान के निदेशक को एक पत्र लिखा था, जिसमें परिसर के बाहर चीनी संकाय सदस्यों की गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की थी और उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया था कि वे अपने सुरक्षा विवरण के साथ ही यात्रा करें।
बता दें कि 2018 में कराची पुलिस ने चीनी वाणिज्य दूतावास पर प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के विद्रोहियों के हमले को नाकाम किया था। एक और हमला, जिसका दावा बीएलए ने किया था, 2020 में पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में हुआ था, जहां चीनियों का बड़ा निवेश है।
टीवी पर ऐसी कई फुटेज सामने आईं, जिसमें एक सफेद वैन में आग की लपटें दिखाई दे रही हैं। धुएं के गुबार उठ रहे हैं। विस्फोट के असर से आसपास की इमारतों की खिड़कियां भी टूट गईं।
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