कोरोना : लोग एकांत में मर रहे, हम उन्हें देख भी नहीं पा रहे...यूं निकला इटली के डॉक्टरों का दर्द
रोम. इटली में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां कोरोना से अब तक 6800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यहां पिछले 24 घंटे में 743 लोगों की मौत हुई है। दो दिन मौत के आंकड़ों में कमी के बाद मंगलवार को केस और मौत में दोनों में इजाफा देखने को मिला। इटली विकट स्थिति में है, यहां 10 मार्च से लॉकडाउन है। अस्पतालों में हालत बिगड़ते जा रहे हैं। हर कोने में मरीज नजर आ रहे हैं। यहां तक की जांच अस्पतालों से बाहर की जा रही हैं। वहीं, कोरोना का इलाज करते करते डॉक्टर और नर्स भी संक्रमित हो रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Mar 25, 2020 10:50 AM IST / Updated: Mar 25 2020, 04:31 PM IST
इटली में अब तक 24 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। वहीं, 4,824 संक्रमित पाए गए हैं। यहां ग्लव्स की भी कमी होती जा रही है, डॉक्टरों को यूं ही इलाज कर जान खतरे में डालनी पड़ रही है।
इटली में 69 हजार केस सामने आए हैं। सबसे ज्यादा इटली का लोम्बार्डी शहर प्रभावित हुआ है। यहां हर रोज मरीजों को संख्या बढ़ रही है। अस्पताल में संसाधनों की कमी हो चुकी है। यहां तक की डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के लिए भी जान का खतरा बन चुका है। (हाल ही में ये तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई है। इस फोटो में देखा जा सकता है कि मेडिकल स्टाफ किस तरह देश की रक्षा करने में जुटा है।)
इटली में सबसे ज्यादा मौतें लोम्बार्डी में हुई हैं। यूरो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर ने बताया- यहां आईसीयू ओवरफ्लो हो गए हैं। हमें नहीं पता कि इलाज कैसे किया जाए। रूटीन ऑपरेशन थिएटर बंद किए जा चुके हैं। हर तरफ सिर्फ कोरोना के मरीज ही हैं।
डॉक्टर ने बताया, हमारे लिए सबसे दुखद यह कि यहां लोग एकांत में मर रहे हैं। हमारे पास देखने के लिए कोई भी नहीं है।
इससे पहले रॉयटर्स ने लोम्बार्डी में एक मेयर के हवाले से बताया कि वृद्धाश्रम में मर रहे हैं। सरकार जो आंकड़े बता रही है, उससे चार गुना ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
चेहरे पर मास्क पहनने से मेडिकल कर्मियों के चेहरे पर दाग तक पड़ गए हैं। ये लोग संक्रमित लोगों के इलाज में लगे हुए हैं। हाल ही में इटली की कुछ नर्सों ने सोशल मीडिया पर तस्वीर जारी कर दर्द बयां किया था।
इटली में संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यहां मौत का आंकड़ा आने वाले दिनों में और तेजी से बढ़ेगा। इसका प्रमुख कारण है कि इटली में 60 फीसदी लोग 40 साल से ऊपर हैं। हालांकि, संक्रमण बढ़ने के साथ ही अब युवाओं में भी केस सामने आने लगे हैं।
लोम्बार्डी में शवों को दफनाने के लिए जगह कम पड़ गई है। यहां लोगों को अंतिम संस्कार करने के लिए लोगों की वेटिंग है। सेना एक शहर से दूसरे शहर में शवों को ढोह रही है। इसके अलावा मरीजों को भी अब सेना के वाहनों से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जा रहा है।
शवों को दूसरी जगह ले जाकर दफनाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई देशों में शवों को दूसरी जगह ले जाकर दफनाया जा चुका है। ये तस्वीरें कोरोना की सबसे भयावह तस्वीरों में से एक हैं।
इटली की सरकार ने पिछले हफ्ते ही 25 मार्च तक सभी रेस्टोरेंट, बार और दुकानें बंद करने का आदेश दिया था। इटली में लॉकडाउन है। लेकिन इन सबके बाद भी मौतों का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। माना जा रहा कि लॉकडाउन को और आगे बढ़ाया जा सकता है।
इटली का लोम्बार्डी नया वुहान बन रहा है। वुहान में ही कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। यहीं दिसंबर में पहली मौत हुई थी। चीन में सबसे ज्यादा मौतें इस प्रांत में ही हुई हैं।
इटली में आधिकारिक तौर पर 20 फरवरी को पहले केस की पुष्टि हुई थी। यहां 1 महीने में ही स्थिति बेहद खराब हो गई। लगातार बढ़ते मामलों के चलते इटली के लोम्बार्डी में अस्पतालों में जगह नहीं बची।
देश के करीब 6 करोड़ लोग अपने घरों में कैद हैं। कोरोना के संक्रमण से इटली में मरने वालों की संख्या 6820 पहुंच गई है। यहां एक दिन में 743 लोगों ने जान गंवाई है। इसके साथ ही 8326 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
इटली के बाद स्पेन सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। यहां अब चक 42,058 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। जबकि 2991 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमण का कहर इस कदर हावी है कि स्पेन में एक दिन में 680 से अधिक मौतें हुई है जबकि लगभग 7 हजार केस सामने आए हैं।