तख्तापलट के बाद म्यांमार में खून की होली, न सेना झुकी और न पब्लिक, अब तक 400 से ज्यादा लोगों की मौत

म्यांमार में तख्तापलट के बाद से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। अब तक यहां सेना की गोलीबारी में 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले शनिवार को म्यांमार में आर्म्ड फोर्सेज डे पर सेना ने परेड निकालकर अपनी ताकत दिखाई। इस बीच लोगों से हुई झड़प में 100 लोगों की मौत हो गई। यह अब तक का एक दिन में सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले 14 मार्च को करीब 90 लोगों की मौत हुई थी। बता दें कि तख्तापलट क बाद सेना सैन्य ताकत के खिलाफ 20 से अधिक शहरों में प्रदर्शन चल रह हैं।
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 28, 2021 9:51 AM IST / Updated: Mar 28 2021, 03:23 PM IST

112
तख्तापलट के बाद म्यांमार में खून की होली, न सेना झुकी और न पब्लिक, अब तक 400 से ज्यादा लोगों की मौत

म्यांमार में 1 फरवरी को हुए सैन्य तख्तापलट के बाद मानों पूरा देश खौफ के साये में जी रहा है। सड़कें खून से रंग चुकी हैं। यहां सेना की क्रूरता का सबसे भयानक चेहरा सामने आया है। 
 

212

 हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि सेना प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मार रही है।
 

312

म्यांमार में सेना की यह तानाशाही सारी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गई है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस सेना के अत्याचार की कड़ी निंदा कर चुके हैं।

412

 दुनिया के तमाम देश म्यांमार के घटनाक्रम की निंदा कर रहे हैं। लेकिन सेना पर कोई असर नहीं देखा जा रहा है।

512

म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। वे देश की शीर्ष नेता आंग सान सू की रिहाई की मांग कर रहे हैं। बता दें कि आंग सान सू बर्मा(अब म्यांमार) के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले आंग सान की बेटी हैं। आंग सान की 1947 में हत्या कर दी गई थी।

612

पुलिस प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने गैस के गोले दाग रही है। गोलियां चला रही है। बावजूद प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं।
 

712

यह तस्वीर दिखाती है कि म्यांमार में प्रदर्शन कैसा रूप ले चुका है। सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच गुरिल्ला युद्ध-सा चल रहा है।

812

म्यांमार के ज्यादातर शहर हिंसा की चपेट में हैं। लोगों का जीवन संकट में फंसा हुआ है।
 

912

इस तरह के हालात बने हुए हैं म्यांमार में। हर तरह आगजनी दिखाई दे रही है।
 

1012

तख्तापलट के बाद से पूरा देश हिंसा की चपेट में हैं। न पब्लिक झुकने को तैयार है और न सही सेना।

1112

म्यांमार में इस तरह के प्रदर्शन रोज हो रहे हैं। हजारों लोग सेना की गोलीबारी की परवाह न करते हुए सड़कों पर उतर रहे हैं।

1212

सेना के दमन के बाद से लोग भी हिंसक हो उठे हैं। वे भी सेना पर हमला कर रहे हैं।

फोटो क्रेडिट: Reuters,AP 
 

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos