इस्लामाबाद. पाकिस्तान की सरकार ने रमजान में कुछ प्रतिबंधों के साथ मस्जिद खोलने का फैसला किया है। साथ ही यहां मस्जिदों में सामूहिक नमाज की अनुमति भी दी गई है। लेकिन यहां के डॉक्टरों ने इस फैसले का विरोध किया है। पाकिस्तान के वरिष्ठ डॉक्टरों ने चेतावनी दी है, अगर मस्जिदें खुली रखी गईं तो यह कोरोना के चलते यह काफी घातक साबित हो सकता है। इससे देश को बुरे परिणाम भुगतने होंगे। डॉक्टरों ने प्रधानमंत्री इमरान खान और राष्ट्रपति आरिफ आल्वी को पत्र लिखकर रमजान में मस्जिदों को खोलने और उनमें सामूहिक नमाज की अनुमति देने के फैसले पर दोबारा विचार करने के लिए कहा है।