Panjshir_Province पेज पर तालिबानियों की नीयत पर सवाल उठाते हुए लिखा गया कि तालिबान अपनी मां को भले जिंदा न देखें, लेकिन एक बार पंजशीर में दाखिल होना जरूर चाहते हैं। पंजशीर पेज पर लिखा गया कि 90 के दशक में उनके पिता(तालिबान के पूर्व नेता) घाटी में घुसने की करते थे, लेकिन वे रास्ते में ही मारे गए। अब ये उनके बेटों(मौजूदा तालिबानी) के लिए एक सपना है, उनमें से भी ज्यादातर मारे जाएंगे।