एरिजोना. दुनिया में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। कई देश और वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन खोजने में जुटी हुई है। इन सब के बीच कोरोना से पीड़ित दुनिया के लिए एक उम्मीद की किरण खुद वायरस की ओर से आई है। अमेरिका के एरिजोना में वैज्ञानिकों ने कोरोना के SARS-CoV-2 वायरस में ऐसे अनूठे म्यूटेशन (बदलाव) और जेनेटिक पैटर्न का पता लगाया है जो 17 साल पहले सार्स वायरस के संक्रमण के समय देखा गया था। ये म्यूटेशन वायरस प्रोटीन के बड़े हिस्से यानी इसके जेनेटिक मटेरियल का अपने आप गायब होना है। कोरोना वायरस सैंपल की जांच में पाया गया कि वायरस के जेनेटिक मैटेरियल का एक हिस्सा गायब है।