सही मायने में 'पंजशीर' 'पंज शेर' (पांच शेर) कहने का फ़ारसी लहजा माना जाता है। फारसी में 'शेर' का मतलब 'बाघ' की बजाए 'सिंह' (बब्बर शेर) होता है। कहते हैं कि इस घाटी का नाम पांच भाइयों के सम्मान में रखा गया था। उन्होंने 10वीं शताब्दी ईसवी में महमूद गजनी ले लिए यहां की दुर्गम नदी पर बांध बनवाया था, तब कहीं जाकर गजनी यहां से निकल पाया था।