इटली में हजारों गंवा बैठे कोरोना से जान, मगर 'जादुई कुएं' की वजह से इस गांव को छू भी नहीं पाया वायरस
नई दिल्ली. कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित इटली में अब तक 13 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। 1 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। देश में हर जगह भय का माहौल है। लोग अपने घरों में कैद हैं। सेवा में लगे लोगों की भी मौतें हो रही हैं। लेकिन वहीं इटली का एक ऐसा भी गांव हैं जहां कोरोना का नामों निशान नहीं है।
इस गांव के लोग चैन से जी रहे है। यह गांव इटली के पूर्वी इलाके पियोदमॉन्ट के तुरीन शहर के अंदर आता है, नाम है मोंताल्दो तोरीनीज। यहां के लोगों का मानना है कि गांव में कोरोना का प्रभाव इसलिए नहीं है क्योंकि यहां की हवा और पानी साफ है।
गांव के कुछ लोगों का कहना है कि यहां की पानी जादुई है। इसलिए अभी तक मोंताल्दो तोरीनीज का कोई भी सदस्य संक्रमित नहीं हुआ है।
इस गांव की एक खास बात यह है कि यहां सन 1800 में नेपोलियन बोनापार्ट के सैनिकों का भी निमोनिया ठीक हुआ था। नेपोलियन की सेना ने यहां अपने लोगों में निमोनिया फैलने के बाद कैंप लगाया था।
हैरान करने वाली बात यह है कि गांव तुरीन शहर से मात्र 20 किलोमीटर दूर है जहां संक्रमण के 3600 से ज्यादा मामले सामने आएं है। लोग गांव से शहर भी जाते हैं और गांव वापस आने के बाद भी अब तक स्वस्थ हैं।
पियोदमॉन्ट के मेयर सर्गेई गियोती ने बताया कि जब नेपोलियन की सेना यहां कैप की थी तो वे लोग गांव के कुओं का पानी उपयोग करते थे, इसी कारण से उनका निमोनिया ठीक हुआ था। हो सकता है कि इसी कुए के कारण यहां को लोग अब तक कोरोना से सुरक्षित हैं।
गांव में कुल 720 लोग रहते हैं। हर तरफ साफ सफाई है। यहां के लोगों की जीवनशैली बेहद सामान्य और सेहतमंद है। यही कारण है कि लोग अब तक यहां संक्रमण से बचे हुए हैं।