पाकिस्तान में अधिकतर हिंदू अल्पसंख्यक सिंध प्रांत में बसते हैं। अगर 1998 में पाकिस्तान की जनगणना सही मानें, तो यहां अब सिर्फ 2.5 लाख हिंदू बचे हैं। ये लोग अब पाकिस्तान से आजादी की मांग उठा रहे हैं। यानी पाकिस्तान का एक और टुकड़ा। इसके पीछे इस्लामिक कट्टरपंथियों के अत्याचार हैं। यहां मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। हिंदू लड़कियों से जबरन निकाह करके उन्हें धर्म बदलने पर मजबूर किया जा रहा है। आधुनिक सिंधी राष्ट्रवाद के संस्थापकों में एक रहे जीएम सैयद की 117वीं जयंती पर जामशोरो प्रांत में अल्पसंख्यक हिंदुओं द्वारा निकाली गई विशाल रैली ने इस मामले को दुनियाभर की नजरों में सामने ला दिया है। रैली में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विश्च के अन्य बड़े नेताओं के पोस्टर शामिल थे। आइए पढ़ते हैं पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की कहानी...