अध्ययन से जुड़े डॉक्टर एली ब्राउन ने कहा कि कोरोना वायरस हरेक के लिए बहुत तनावपूर्ण अनुभव है। यह इंसान के आइसोलेशन में रहने के दौरान ज्यादा बढ़ रहा है। अध्ययन से जुड़े टीम ने मर्स और सार्स जैसे अन्य वायरस का भी अध्ययन करके यह पता लगाने की कोशिश की कि क्या उनका इंसान की मानसिक स्थिति पर क्या असर पड़ रहा है।