
गुरुग्राम। हरियाणा (Haryana) में खुले में नमाज पढ़ने के मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने सख्त हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि खुले में नमाज पढ़ने नहीं दिया जाएगा। लोग धार्मिक स्थलों में नमाज पढ़ें और जगह नहीं है तो अपने घर में पढ़ें।
उन्होंने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने के मामले का हल करना है। इसके संबंध में मैंने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को कहा है। अपनी जगह पर कोई नमाज पढ़ता है या पूजा-पाठ करता है तो इससे हमें कोई दिक्कत नहीं है। धार्मिक स्थल इसलिए बने हैं कि वहां जाकर लोग नमाज पढ़ें या पूजा पाठ करें। खुले में ऐसा कार्यक्रम नहीं होना चाहिए।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने की जो प्रथा यहां हुई है इसे किसी हाल में सहा नहीं जाएगा। मिल बैठकर कोई हल निकाला जाएगा। उन्होंने भी कहा है कि बहुत सी हमारी जमीने हैं जहां हमें अनुमति दी जाए या कुछ जमीनें ऐसी हैं जो उनकी अपनी होगी या बक्फ की होगी और उस पर अतिक्रमण हुआ है। उस जमीन को भी कैसे उन्हें उपलब्ध कराया जा सके यह देखा जाएगा।
नहीं होने देंगे टकराव
मुख्यमंत्री ने कहा कि जगह नहीं है तो लोग अपने घर में नमाज पढ़ें। खुले में नमाज पढ़कर आपसी टकराव नहीं होना चाहिए। किसी भी हालत में टकराव नहीं होने देंगे। पहले हमने आपस में बैठकर कुछ फैसला किया था, लेकिन उस फैसले को हमने वापस ले लिया है। अब नए सिरे से सारी बातचीत कर सबको सुविधा मिले, कोई किसी के अधिकारों में हस्तक्षेप नहीं करे, यह प्रबंध किया जाएगा। किसी को जबरदस्ती नहीं करने दी जाएगी।
यह है मामला
हरियाणा में कई महीनों से खुले में नमाज पर विवाद चल रहा है। गुरुग्राम में कुछ हिंदू संगठन और स्थानीय निवासी जुमे के दिन खुले में होने वाली नमाज का विरोध कर रहे हैं। 27 नवंबर को सेक्टर-37 में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस की सुरक्षा में नमाज पढ़ी। इस दौरान हिंदू संगठन के लोगों ने सेक्टर-37 के ग्राउंड में पहुंचकर 26/11 हमले में शहीद हुए लोगों के लिए हवन किया और हनुमान चालीसा का पाठ किया।
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