
फरीदाबाद, हरियाणा. जिले के बल्लभगढ़ में सोमवार को हुए निकिता हत्याकांड (Nikita murder) में लगातार नये खुलासे हो रहे हैं। मृतका के मामा ने बताया तौसीफ उसकी भांजी को लगातार परेशान कर रहा था। इसमें उसके घरवालों का पूरा सहयोग था। तौसीफ की मां भी निकिता पर धर्म बदलने का दवाब डाल रही थी। तौसीफ ने जब उनकी भांजी का किडनैप किया था, तो उसके बाद पंचायत में माफी भी मांग ली थी। लेकिन यह सिर्फ एक दिखावा था। बाद में उसकी मां ने फोन करके कहा था कि बदनाम के बाद कौन शादी करेगा, धर्म बदलकर उसके साथ रहो। बता दें कि निकिता की हत्या तब हुई थी, जब वो कॉलेज से एग्जाम देकर लौट रही थी। तभी आरोपी तौसीफ अपने दोस्त के साथ पहुंचा और किडनैप में असफल होने के बाद सिर में गोली मार दी थी। (क्लिक करके पढ़ें पूरी खबर) इस घटना ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। आरोपी ने 2018 में भी निकिता का किडनैप किया था। लेकिन तब इस मामले में समझौता हो गया था। निकिता लेफ्टिनेंट बनना चाहती थी। मामला लव जिहाद ( Love Jihad) से जुड़ा होने से तूल पकड़ गया है।
पढ़िए मामा ने क्या कहा..
मृतका के पिता मूलचंद तोमर और मामा हाकिम ने इस मामले को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पिता ने कहा कि 2018 में निकिता के अपहरण के बाद तौसीफ के दिमाग में क्या षड्यंत्र चल रहा था, कोई नहीं समझ पाया। मामा ने बताया कि तौसीफ की मां भी दबाव बना रही थी। उसने फोन करके कहा था कि अपहरण के बाद तुमसे कौन शादी करेगा? अच्छा रहेगा कि धर्म बदलकर उसके साथ रहे। यह बात निकिता ने घर पर बताई थी। इस बीच हरियाणा के परिवहन एवं खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि यह केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा। परिवार को पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
स्कूल टाइम से ही परेशान कर रहा था तौसीफ
निकिता पढ़ने में होशियार थी। 12वीं में उसके 95 प्रतिशत अंक आए थे। वो स्कूल की टॉपर थी। तौसीफ रावल इंटरनेशनल स्कूल में निकिता के संग 12वीं तक पढ़ा है। वो शुरू से ही उसे परेशान कर रहा था।
8 प्वाइंट मेंः निकिता मर्डर केस की पूरी कहानी...
- 26 अक्टूबर को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज में पेपर देकर लौट रही 21 साल की छात्रा निकिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब आलम के चचेरे भाई तौसीफ ने अपने दोस्त रेहान के साथ मिलकर सोमवार शाम 4 बजे घटना को अंजाम दिया।
- निकिता बी कॉम थर्ड ईयर की स्टूडेंट थी। पेपर देकर लौट रही निकिता को बीच रास्ते तौसीफ ने गाड़ी में खींचने की कोशिश की। इनकार करने पर तौसीफ ने उसे गोली मार दी। घटना के 5 घंटे बाद पुलिस ने तौसीफ और रेहान को गिरफ्तार कर लिया। दोनों दो दिन की पुलिस रिमांड पर हैं। बता दें, मुख्य आरोपी फिजियोथैरेपी का कोर्स कर रहा है।
- फरीदाबाद पुलिस की 10 टीम ने 5 घंटे में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने मोबाइल नंबर बंद नहीं किया था। वह लगातार कुछ लोगों के संपर्क में थे। इसलिइए पुलिस के राडार से वो बच नहीं पाया।
- बता दें, तौसीफ 12वीं तक निकिता के साथ ही पढ़ा था। वो निकिता पर दोस्ती और धर्म बदलने के लिए दबाव बनाता था। कहता था, मुस्लिम बन जाओ, हम शादी कर लेंगे। 2018 में वो एक बार निकिता को किडनैप कर चुका है।
- 3 अगस्त 2018 को तौसीफ ने 3-4 सहेलियों के साथ निकिता को जबरदस्ती कार में बैठाया था। कुछ दूरी पर सहेलियों को उतारकर निकिता को किडनैप कर ले गया था। सहेलियों और परिजनो ने पुलिस को निकिता के अपहरण की जानकारी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने 2 घंटे में उसे बरामद कर लिया था।
- पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने बताया, घटना की जांच के लिए एसीपी क्राइम अनिल कुमार की अगुवाई में एसआईटी गठित कर दी गई है।
- बता दें, तौसीफ का परिवार पॉलिटिकली स्ट्रॉन्ग है। दादा कबीर अहमद पूर्व विधायक जबकि चचेरे भाई आफताब आलम मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक हैं। इतना ही नहीं, आफताब के पिता खुर्शीद अहमद हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। चाचा जावेद अहमद बसपा से जुड़े हैं।
- निकिता के पिता मूलचंद तोमर 25 साल पहले यूपी के हापुड़ जिले से बल्लभगढ़ आए थे। निकिता भाई-बहनों में छोटी थी। बड़ा भाई नवीन सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा है, जबकि निकिता सेना में भर्ती होना चाहती थी।
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