बढ़ता प्रदूषण देश के लगभग सभी बड़े महानगरों के लिए चिंता का सबब है। दिल्ली एनसीआर के इलाके में ये एक बड़ी समस्या है। हरियाणा सहित दिल्ली के कुछ शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे की ओर इशारा कर रहा है।
हिसार(Haryana). बढ़ता प्रदूषण देश के लगभग सभी बड़े महानगरों के लिए चिंता का सबब है। दिल्ली एनसीआर के इलाके में ये एक बड़ी समस्या है। हरियाणा सहित दिल्ली के कुछ शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे की ओर इशारा कर रहा है। बता दें कि हर साल सितंबर अक्टूबर में इन शहरों का प्रदूषण का खतरा बढ़ने लगता है। इन दिनों पराली जलाने के मामले में साथ-साथ पटाखे का पाल्यूशन जानलेवा साबित होता है।
एक बार फिर हरियाणा और आसपास के राज्यों को भारी प्रदूषण का सामना करना पड़ेगा। हरियाणा में खेतों में धान की पराली जलाने के कई मामले सामने आ रहे हैं। किसानों की जमीन को चिन्हित करके उन पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है। साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों को भी नोटिस जारी किया जा रहा है। हालांकि कई जगह इस बार लोग जागरूक हैं। किसान पराली की गांठें बनवा रहे और अवशेषों को मशीनों से खेत में ही नष्ट कर रहे हैं। हरियाणा सरकार किसानों को पराली के प्रति एकड़ एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दे रहा है। प्रत्येक गांव में नंबरदार, पटवारी, ग्राम सचिव के साथ मिलकर टीम का गठन किया गया है।
हरियाणा के ज्यादातर शहरों में AQI 200 के पास
हरियाणा के कई शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स दो सौ के आसपास पहुंच गया है। पानीपत में AQI 190, करनाल में 189, जींद में 173, हिसार में 165 पर है। वहीं दिल्ली की बात करें तो प्रीतमपुरा में 263 पर AQI पहुंच गया है। कृषि अवशेषों के जलाने से कार्बन डाईआक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड सहित कई जहरीली गैसें निकलती हैं। इससे सांस संबंधी बीमारियां होती हैं।