बिजनेसमैन ने 1 करोड़ कमाने के लिए डेढ़ लाख में खरीदा कोरोना मरीज का शव, आईडिया ऐसा लगाया कि सब हैरान

हरियाणा में एक बिजनेसमैन ने  1.60 करोड़ रुपए बीमा की रकम लेने के लिए खुद को मारने की ऐसी साजिश रची कि पुलिस से लेकर परिजन तक हैरान हैं। उसने पहले डेढ़ लाख में कोरोना मरीज का एक शव खरीदा। फिर कार में पेट्रोल छिड़क आग लगा दी। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 10, 2020 12:49 PM IST

हिसार. हरियाणा में एक बिजनेसमैन ने  1.60 करोड़ रुपए बीमा की रकम लेने के ऐसी साजिश रची कि पुलिस से लेकर परिजन तक हैरान हैं। उसने अपने आपको मरा दिखाने के लिए खुद की कार में एक मृत व्यक्ति का शव रख पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। इसके बाद आरोपी छत्तसीगढ़ भाग गया। पुलिस से लेकर परिजन तक उसको मरा समझ बैठे और अंतिस संस्कार कर दिया। बता दें कि 6 अक्टूबर को हिसार जिले से 11 लाख की लूट और कार में कारोबारी को जिंदा जलाने की खबर सामने आई थी। जिसको लेकर राज्य सरकार और पुलिस पर सवाल खड़े होने लगे थे। अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है कि युवक जिंदा है। युवक ने कुछ समय पहले ही अपनी 1.60 करोड़ की दो बीमा पॉलिसी करवाई थीं।

खुद को मरा बताने के लिए डेढ़ लाख में खरीदा कोरोना मरीज का शव
युवक इतना शातिर निकला कि उसने पहले डेढ़ लाख में कोरोना मरीज का एक शव खरीदा। इसके बाद बॉडी को अपने कपड़े पहनाकर और अपना सामना कर में रख जला दिया। शव पूरी तरह से कंकाल बन चुका था, जिससे पुलिस और परिजन पहचान ना सकें। आरोपी ने घटना को अंजाम देने से पहले घरवालों को कॉल किया कि उसके पीछे कुछ बदमाश पीछे लगे हुए हैं। मेरे पास 11 लाख रुपए पास में वह उनको लूटकर मेरी हत्या कर सकते हैं।

गर्लफ्रेंड के कॉल से खुल गया सारा राज
बता दें कि हांसी के डाटा गांव के डिस्पोजल फैक्ट्री संचालक राममेहर ने लोगों के कर्जा से मुक्ति पाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था। लेकिन चार दिन बाद पुलिस ने इस हैरान कर देने वाली घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस ने युवक के फोन की कॉल डिटेल निकाली तो उसमें एक महिला को एक ही घंटे में कई बार फोन किए गए थे। पता चला कि वह आरोपी की प्रेमिका है। पुलिस ने उस महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया। युवती ने बता दिया कि राममेहर जिंदा है और वह 1300 किमी दूर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में है।

फिल्मी स्टाइल में क्राइम सीरियल देख रची साजिश
पुलिस अधिकारियों कहना है कि आरोपी राममेहर ने खुद के मारने की प्लानिंग क्राइम से जुड़े टीवी सीरियल देखकर रची होगी। क्योंकी उसने जिस तरह से सबूतों को मिटाने की कोशिश की उससे देखकर तो यही लगता है। उसकी बीमा पॉलिसी थी, इसलिए उसने सोचा कि झूठा मरने से उसके परिवार को बीमा की करीब 1.60 करोड़ रुपये की रकम मिल जाएगी और वह दूसरे राज्य में रहने लगेगा। लेकिन वह अपने इरादों में कामयाब नहीं हो पाया और सारे राज से पर्दा उठ गया।

परिवार ने गंगा में विसर्जित दी अस्थियां
इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक, युवक के परिजनों ने तो राममेहर को मार समझ उसकी अस्थियों को शुक्रवार के दिन गंगा में विसर्जित कर दिया था। घरवालों का कहना है कि  कभी सोचा नहीं था कि वह लालच में आकर ऐसी हरकत करेंगे। वहीं परिजनों का कहना है कि वह पता नहीं किसकी अस्थियां थी, जिन्हें गंगा में विसर्जित किया है।

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