तबीयत बिगड़ने के बाद राम रहीम को कड़ी सुरक्षा के बीच जेल से पीजीआई लाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसकी जांच की और उसे भर्ती कर दिया। बता दें कि इससे पहले 12 मई को भी उसकी तबीयत बिगड़ी थी, जब उसे अस्पताल लाना पड़ा था।
रोहतक (हरियाणा). रेप और मर्डर के केस में रोहतक जिले की सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को तबीयत बिगडने पर पीजीआई भर्ती काराय गया है। बताया जाता है कि बुधवार देर रात उसके पेट में दर्द शुरू हुआ था, जेल के डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन आराम नहीं मिला। पूरी रात वह दर्द से छटपटाता रहा। फिर अगले दिन सुबह उसे अस्पताल में एडमिट करना पड़ा।
कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचा इलाज कराने
दरअसल, गुरुवार सुबह राम रहीम को कड़ी सुरक्षा के बीच जेल से पीजीआई लाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसकी जांच की और उसे भर्ती कर दिया। बता दें कि इससे पहले 12 मई को भी उसकी तबीयत बिगड़ी थी, जब उसे अस्पताल लाना पड़ा था।
कोरोना की जांच करने को तैयार नहीं हुआ राम रहीम
बता दें कि जब डॉक्टरों ने उससे कोरोना की जांच करने को कहा तो वह इसके लिए तैयार नहीं हुआ। पीजीआई के डॉक्टरों ने राम रहीम का सीटी स्कैन की और पेट और दिल की जांच की। इसके बाद उसे दवा देकर वापस जेल भेजा गया।
दो साध्वियों से दुष्कर्म मामले में उम्रकैद की सजा
डेरा प्रमुख राम राहीम 25 अगस्त 2017 से सलाखों के पीछे है। वह दो साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में 20 साल की सजा काट रहा है। वहीं पत्रकार के हत्या के मामले में वह उम्रकैद की सजा काट रहा है। तीन साल पहले सीबीाई की विशेष अदालत ने दोषी करार देते हुए उसे सुनारियां जिला जेल में भेज दिया था।