सोनीपत में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 3 दिन में 27 हो गई है। आलम यह हो गया है कि श्मशान में परिजनों को अंतिम संस्कार की जगह नहीं मिली रही है। वहीं इस मामले पर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि यह मामले जब आए हैं, जब पुलिस की ड्यूटी उपचुनाव में लगी हुई थी।
सोनीपत (हरियाणा). पुलिस-प्रशासन के तमाम कड़ी कार्रवाई के बाद भी बाजारों में नकली शराब बिक रही है। कम आय में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में शराब कारोबारी लोगों की जिंदगी की साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आए दिन देश के किसी ना किसी राज्य से इस जहर को पीने से लोगों की जान जा रही है। अब हरियाणा में ऐसा मामला सामने आया है, जहां नकली शराब से अब तक 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। दो दिन बाद पुलिस हरकत में आई। एसपी जश्नदीप रंधावा ने कहा कि बरोदा उप चुनाव में ड्यूटी के कारण उन्हें 30 घंटे बाद सूचना जानकारी मिल पाई। अब कार्रवाई की जा रही है।
24 घंटे में हुई 7 लोगों की मौत
दरअसल, यह मामला सोनीपत शहर का है, जहां पिछले तीन दिनों में एक ही कॉलोनी के 25 से ज्यादा लोग इससे दम तोड़ चुके हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इनमें से 7 लोगों की मौत पिछले 24 घंटे में हुई है।
ज्यादा फायदा कमाने में हो रहा जिंदगी से खिलवाड़
इस पूरे मामले में सोनीपत के डीएसपी विरेंद्र राव का कहना है कि हमारे पास शराब पीने से 25 लोगों की मौत की सूचना आई है। हमारी सभी टीमें लगातार उस एरिया में दबिश दे रही हैं ताकि अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाई जा सके। जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। यह लोग कम दाम में
शराब बनाकर सस्ते में सप्लाई करके ज्यादा फायदा कमाते हैं।
पुलिस को बिना बताए कर दिया अंतिम संस्कार
सोनीपत के डिप्टी कमिश्नर श्याम लाल पुनिया ने कहा कि जिन लोगों की मौत हुई है उनमें से अधिकतर लोगों के परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार कर दिया। जिसकी वजह से पुलिस को जांच करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि मृतकों के परिजनों ने शराब पीने के बाद हालत बिगड़ने और मौत होने की पुष्टि की है। अधिकारी ने कहा कि मैंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। अब प्रशसान ने शख्त आदेश दिए हैं कि जिस भी व्यक्ति की संदिग्ध हालत में मौत होती है तो बिना पुलिस को बताए कोई अंतिम संस्कार नहीं करे।
(पुलिस ने पकड़ी नकली शराब)
श्मशान में आ रहे रिकॉर्ड तोड़ शव
सोनीपत के महलाना रोड पर बने श्मशान के कर्मचारियों का कहना है कि रोजाना यहां 3-4 शव आते हैं। लेकिन पिछले तीन दिन से अचानक शव आने की संख्या बढ़ गई है। सिर्फ सोमवार 8 और मंगलवार को 9 शव आए। जो अब तक कोरोना कॉल में भी नहीं आए।