राम रहीम की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत का धीरे-धीरे अब डेरा सच्चा सौदा और उससे जुडी संपत्तियों पर अधिकार बढ़ता जा रहा है। ये इसी बात से समझा जा सकता है कि राम रहीम की फैमिली आईडी में न तो उसकी पत्नी का नाम दर्ज है और न ही उसकी मां का। लेकिन हनीप्रीत का नाम उसकी धर्म की बेटी के नाम पर दर्ज है।
हिसार. डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक राम रहीम हरियाणा की सुनारिया जेल में बंद है। राम रहीम की अपने परिवार से दूरियां इस कदर बढ़ चुकी हैं कि इसका अंदाजा भी लगा पाना मुश्किल है।
राम रहीम की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत का धीरे-धीरे अब डेरा सच्चा सौदा और उससे जुडी संपत्तियों पर अधिकार बढ़ता जा रहा है। ये इसी बात से समझा जा सकता है कि राम रहीम की फैमिली आईडी में न तो उसकी पत्नी का नाम पर दर्ज है और न ही उसकी मां का। लेकिन हनीप्रीत का नाम उसकी धर्म की बेटी के नाम दर्ज है। UP के बागपत आश्रम में रहने के दौरान बनी ID में हनीप्रीत को राम रहीम की मुख्य शिष्या और धर्म की बेटी बताया गया है।
गौरतलब है कि डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक राम रहीम का पूरा परिवार विदेश जाकर बस गया है। उसकी दोनों बेटियां अमरप्रीत व चरणप्रीत कौर और बेटा जसमीत परिवार समेत लंदन जाकर बस गए हैं। हालांकि डेराप्रमुख की मां नसीब कौर और पत्नी हरजीत कौर इंडिया में ही हैं। राम रहीम के परिवार के विदेश में बसने की वजह हनीप्रीत के साथ उसके परिवार का मतभेद है। कुछ समय पहले परिवार ने एक पत्र भी डेरे के अनुयायियों को जारी किया था। इसमें कहा गया था कि डेरा सच्चा सौदा में जुटाया जाने वाले चंदे के लिए उनके नाम पर पैसा इकट्ठा किया जा रहा है। परिवार ने पत्र में आग्रह किया था कि अगर कोई भी परिवार के नाम पर चंदा जुटा रहा हो तो इसकी जानकारी परिवार को दी जाए।
पैरोल के दौरान राम रहीम ने आधार कार्ड में करवाया था बदलाव
30 दिन की पैरोल के दौरान राम रहीम ने अपना आधार कार्ड अपडेट कराया था। राम रहीम ने आधार कार्ड में अपने पिता के नाम के आगे शिष्य एवं गद्दीनशीन शाह सतनाम जी महाराज का नाम अंकित करवाया, जबकि पहले राम रहीम के आधार कार्ड पर उनके पिता मग्गर सिंह का नाम था। डेरा अनुयायियों द्वारा चलाए जा रहे एक फेसबुक पेज पर इस आधार कार्ड की कॉपी अपलोड की गई। आधार कार्ड 22 जून को अपडेट किया गया।
28 मार्च को पत्र लिखकर राम रहीम ने की थी डैमेज कंट्रोल की कोशिश
राम रहीम ने अपने अनुयायियों के लिए बीते 28 मार्च को जेल से 9वीं चिट्ठी लिखी थी। मतभेद की चर्चाओं के बीच पहली बार उसने पारिवारिक सदस्यों और हनीप्रीत का जिक्र किया। इससे पारिवारिक रिश्तों में तल्खियों की बात पर डैमेज कंट्रोल का प्रयास किया गया था। उसने लिखा था उसका परिवार अब विदेश में सेटल होने जा रहा है। विपासना इंसा की जगह पीआर नैन को नया चेयरपर्सन बनाया जाता है। पत्र के माध्यम से हनीप्रीत के समर्थकों को नई जिम्मेदारी दी गईं। पत्र के माध्यम से डेरा प्रेमियों को संदेश देते हुए डेरा प्रमुख ने लिखा कि हमारे सारे सेवादार, एडमिन ब्लॉक सेवादार, जसमीत, चरणप्रीत, हनीप्रीत, अमरप्रीत सब एक हैं, और हमारे वचनों पर चलते हैं। जसमीत, चरणप्रीत और अमरप्रीत ने हमसे आज्ञा ली है कि 'उच्च शिक्षा' प्राप्ति के लिए वे अपने बच्चों के साथ उन्हें पढ़ाने विदेश जाएंगे। इसलिए प्यारी साध-संगत जी आपने किसी के भी बहकावे में नहीं आना है।
डेरे के पास करोड़ों की प्रॉपर्टी
डेरा सच्चा सौदा के पास अरबों की अकूत संपत्ति है। 2017 से राम रहीम साध्वी यौन शोषण मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसे पत्रकार छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में भी सजा हो चुकी है। इसी साल फरवरी में मिली पैरोल के दौरान ही राम रहीम ने डेरे के एकाधिकार को लेकर हुए बदलाव की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की थी। इसके बाद 27 जून को राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी और वह उत्तर प्रदेश के बागपत आश्रम में रूका था। वहां उसके साथ हनीप्रीत भी थी।