प्रेमी के संग घर से भागी थी बहन, तभी रास्ते में मिल गया भाई...फिर जो हुआ उसे सुनकर सब हुए शॉक्ड

हरियाणा के पानीपत में एक युवक की जहर खाने से हुई मौत के पीछे चौंकाने वाली कहानी सामने आई है। कहा जा रहा है कि मृतक की बहन अपने प्रेमी के संग घर से भाग रही थी। इसकी खबर भाई को पता चल गई। वो उनके पीछे हो लिया और गांव से कुछ दूर दोनों को पकड़ लिया। अपने प्यार में अड़चन आते देखकर प्रेमी बौखला गया। उसने प्रेमिका के भाई को जहर खिला दिया। लेकिन इससे पहले मृतक ने अपनी मोबाइल लोकेशन बड़ी बहन को भेज दी। इस मामले में प्रेमिका पर भी मामला दर्ज किया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 11, 2020 4:36 AM IST / Updated: Sep 11 2020, 04:29 PM IST


पानीपत, हरियाणा. समालखा के नामुंडा गांव में एक युवक की जहर खाने से हुई मौत की चौंकाने वाली कहानी सामने आई है। इस मामले में मृतक की बहन और उसके प्रेमी और प्रेमी के तीन भाइयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। कहा जा रहा है कि मृतक की बहन अपने प्रेमी के संग घर से भाग रही थी। लेकिन इसका पता उसे चल गया। वो दोनों के पीछे हो लिया और गांव से कुछ दूर दोनों को पकड़ लिया। अपने प्यार में अड़चन आते देखकर प्रेमी बौखला गया। उसने प्रेमिका के भाई को जहर खिला दिया। लेकिन इससे पहले मृतक ने अपनी मोबाइल लोकेशन बड़ी बहन को भेज दी। इस मामले में प्रेमिका पर भी मामला दर्ज किया गया है।

कॉलेज का कहकर घर से निकली थी प्रेमिका
पुलिस के अनुसार, परिजनों का आरोप है कि युवक की हत्या पीट-पीटकर की गई। हालांकि मौत की वजह जहर आई है। लाश नई अनाज मंडी स्थित गौशाला के पास झाड़ियों में मिली थी। मरने से पहले युवक ने मोबाइल लोकेशन भेजी थी। उसके आधार पर परिजन उसे ढूंढते हुए घटनास्थल पहुंचे। तब वो जिंदा था। उसे फौरन अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन बचाया नहीं जा सका। नामुंडा निवासी सुनील किसान हैं। उनकी दो बेटियां पारूल, चारूल और बेटा वंश(मृतक) हैं।

चारूल समालखा के एक कॉलेज से बीएड कर रही है। गुरुवार को वो कॉलेज जाने का कहकर निकली थी। वंश को मालूम चला कि चारूल अपने प्रेमी नागेंद्र के साथ भाग रही है। इसकी जानकारी वंश ने अपने बड़ी बहन पारूल को मोबाइल पर दी थी। इसके बाद वो दोनों को पीछा करने लगा। उसने मनाना फाटक के पास दोनों को पकड़ लिया। आरोप है कि यहां नागेंद्र ने अपने भाइयों को बुला लिया। सबने वंश को मारापीटा और जहर देकर भाग गए।


पुलिस पर लगाया आरोपियों को बचाने का आरोप..
पुलिस इसे सुसाइड मान रही थी। जब समालखा एसएचओ हरविंदर ने परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज नहीं किया, तो उन्होंने हंगामा कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे डीएसपी प्रदीप ने मामला समझा और केस दर्ज करवाया।

Share this article
click me!