हर उम्र के बच्चों के लिए फिटनेस और स्पोर्ट्स सॉल्यूशन का बेहतरीन प्लेटफॉर्म बन कर उभरा है upUgo

फिटनेस और स्पोर्टिंग सॉल्यूशन्स को बच्चों के लिए सुलभ और सस्ता बनाने के लिए एक एक्स इंटरनेशनल डिकैथलेट और फिटनेस को बढ़ावा देने वाले कुछ लोगों ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया है,  जो कम उम्र से लेकर किशोर बच्चों के होलिस्टिक डेवलपमेंट के लिए काम कर रहा है। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 20, 2020 9:54 AM IST / Updated: Aug 21 2020, 05:13 PM IST

बेंगलुरु। फिटनेस और स्पोर्टिंग सॉल्यूशन्स को बच्चों के लिए सुलभ और सस्ता बनाने के लिए एक एक्स इंटरनेशनल डिकैथलेट और फिटनेस को बढ़ावा देने वाले कुछ लोगों ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया है,  जो कम उम्र से लेकर किशोर बच्चों के होलिस्टिक डेवलपमेंट के लिए काम कर रहा है। 

बेंगलुरु में जून 2019 में शुरू हुए  upUgo नाम का यह प्लेटफॉर्म सभी उम्र के बच्चों के लिए फिटनेस और स्पोर्ट के क्षेत्र में में नए तरह का बदलाव लाने के लिए लगातार काम कर रहा है। upUgo के फाउंडर अमित गुप्ता कहते हैं, “इन दिनों बच्चे फिजिकल एक्टिविटीज में पीछे रह जाते हैं, क्योंकि उनके लिए स्पोर्ट्स सेंटर तक पहुंच आसान नहीं रह गया है। ये सेंटर उनके लिए अफोर्डेबल नहीं हैं। इसके साथ ही इस क्षेत्र में योग्य और प्रशिक्षित लोगों की भी कमी है। इसलिए हमने तकनीक के लिहाज से बेहतर एक ऐसा मॉडल बनाया है जो आने वाले पीढ़ियों के लिए काम का साबित हो सके। आधुनिक जीवन शैली और इससे जुड़े स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को देखते हुए भारत में स्पोर्ट्स और फिटनेस इको सिस्टम की कमी है और इस समस्या का समाधान करने की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा है। यहां यह समझने की जरूरत है कि फिटनेस संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए कोई ऐसा एक मॉडल नहीं हो सकता है, जो बच्चों के साथ वयस्कों के लिए भी कारगर हो। ” 

बच्चों के लिए स्पोर्ट्स और फिटनेस मॉड्यूल में जो प्रोग्राम शामिल किए गए हैं, वे साइंटिफिक तरीके से डिजाइन किए गए हैं और अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रम पर आधारित हैं। ये प्रोग्राम फिटनेस, स्पोर्ट्स, न्यूट्रिशन, योग और माइंड कोचिंग के क्षेत्र के इन विषयों के एक्सपर्ट्स द्वारा दिए जाते हैं। यह ऑफर एक फिजिकल, डिजिटल और एक हाइब्रिड मॉडल के साथ आता है और यह देश के किसी भी हिस्से में हर बच्चे के लिए सुलभ है। यही वह बात है,  जो upUgo की इस पेशकश को बेहद खास बनाती है। 

B2C फॉर्मेट के साथ शुरू करके (कंडोमिनियम लेवल पर) कंपनी ने B2B सॉल्यूशन के क्षेत्र में कदम रखा। कंपनी सरकारी और प्राइवेट, दोनों तरह के स्कूलों दोनों में सर्विस मुहैया कराती है। पूरे बेंगलुरु में 30+ कंडोमिनियम काफी पॉपुलर रहे। कोविड महामारी का असर दूसरे फिटनेस सॉल्यूशन्स प्रोवाइडर की तरह  upUgo पर भी पड़ा। लेकिन ऐसे समय में  डिजिटल योजनाओं को आगे बढ़ाया गया और लॉकडाउन के दौरान देश भर में बच्चों ने इसका फायदा उठाया। कंपनी के मुख्य उत्पाद अधिकारी विनोद कुमार कहते हैं, ''हैदराबाद, इंदौर, कानपुर, दिल्ली-एनसीआर, पुणे के कस्टमर्स और कॉरपोरेट हमारे प्लेटफॉर्म की सर्विसेस ले रहे हैं। ''

upUgo ने हाल ही में  गूगल प्ले और  एप्पल स्टोर पर भी अपना मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। upUgo ने पहले चरण में क्रिकेट और फुटबॉल की ट्रेनिंग के लिए कई नए प्रोग्राम शुरू किए हैं। इस स्पोर्ट्स कोचिंग की चर्चा  राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति हासिल कर चुके खिलाड़ी कर रहे हैं।

आने वाले समय को देखते हुए upUgo बच्चों के लिए फिटनेस और स्पोर्ट्स के क्षेत्र में एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है, ताकि बच्चों और फिटनेस ट्रेनर्स को भी ज्यादा सुविधाएं मिल सकें और भविष्य की जरूरतों के मुताबिक वे खुद को तैयार कर सकें।

10 सााल के एक बच्चे की मां कहती है, “कक्षा में शामिल होने के 15 दिनों के भीतर ही मैंने अपने बच्चे की एनर्जी लेवल में बहुत बदलाव देखा। '' इन्होंने लॉकडाउन के दौरान upUgo के फिटनेस क्लासेस में अपने बच्चे को दाखिला दिलवाया था।

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