WHO की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने शुक्रवार को कहा कि यूरोपीय संघ (EU) के 15 देश अब यात्रियों के लिए COVISHIELD को मान्यता देते हैं।
हेल्थ डेस्क : कोरोनावायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर से उबर रहे भारत के लिए राहत की खबर सामने आई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने शुक्रवार को कहा कि यूरोपीय संघ (EU) के 15 देश अब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की बनाई और यात्रियों के लिए एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोविशील्ड वैक्सीन को मान्यता देते हैं।
स्वामीनाथन ने एक ट्वीट कर कहा कि, "यूरोपीय संघ के 15 देश अब यात्रियों के लिए COVISHIELD को मान्यता देते हैं।" यानी कुल 15 देशों ने पुष्टि की है कि वे भारत के यात्रियों को अपने क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति देंगे, जिन्होंने कोविशील्ड शॉट्स लिए हैं। जिसमें स्विट्जरलैंड, आइसलैंड, ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, फिनलैंड, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, लातविया, नीदरलैंड, स्लोवेनिया, स्पेन और स्वीडन शामिल है।
भारत में बेल्जियम के दूतावास ने शुक्रवार को कहा कि बेल्जियम सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित और COVAX द्वारा वितरित एस्ट्रा जेनेका वैक्सीन कोविशील्ड को मान्यता देता है। भारत, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मालदीव, बांग्लादेश जैसे देशों में वैक्सीन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चार्ज डी'एफ़ेयर्स अरनॉड लायन ने कहा कि उनके देश के कोविशील्ड को मान्यता देने से भारत और विदेशों में वैक्सीन शॉट लेने वाले सभी लोगों पर पॉजिटिव असर पड़ेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और भारत के बाहर सभी को कोविशील्ड का टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविशील्ड उनमें से एक है मुख्य वैक्सीन है, जो COVAX सुविधा के तहत हैं और उपयोग की जाएगी।
बेल्जियम कोविशील्ड वैक्सीन को मान्यता देने वाला नवीनतम यूरोपीय देश बन गया है, जिसे ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित किया गया था और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित किया जा रहा है।
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