फ्रांस के विशेषज्ञ का दावा, मोटे लोगों को कोराना वायरस का संक्रमण होने का खतरा ज्यादा

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दुनिया भर में इससे लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं अब तक 96,0000 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, एक फ्रेंच हेल्थ साइंटिस्ट ने कहा है कि कोरोना से उन लोगों को ज्यादा खतरा है, जिनका वजन ज्यादा है।

Asianet News Hindi | Published : Apr 11, 2020 4:20 AM IST

हेल्थ डेस्क। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दुनिया भर में इससे लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं अब तक 96,0000 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, एक फ्रेंच हेल्थ साइंटिस्ट ने कहा है कि कोरोना से उन लोगों को ज्यादा खतरा है, जिनका वजन ज्यादा है। वैसे तो मोटापे से कई तरह की गंभीर बीमारियां होने की आशंका बनी रहती है, लेकिन ज्यादा वजन वाले लोगों को कोरोना का संक्रमण जल्दी हो सकता है। इसलिए उन्हें खास तौर पर सावधान रहने की जरूरत है। यह चेतावनी फ्रांस के साइंटिफिक काउंसिल के प्रमुख और महामारी विशेषज्ञ प्रोफ्रेसर जीन फ्रैंकोइस ने दी है।

फ्रांस के 25 फीसदी लोग मोटापे के शिकार
कोरोना वायरस के मामलों पर फ्रांस की सरकार के सलाहकार प्रोफ्रेसर जीन फ्रैंकोइस का कहना है कि मोटापे से ग्रस्त लोग कई तरह की बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। उनकी इम्युनिटी भी कमजोर होती है। इसलिए वायरस का हमला उन पर जल्दी हो सकता है। उन्होंने कहा कि फ्रांस में 25 फीसदी लोग मोटापे के शिकार हैं और उन्हें कोरोना का संक्रमण होने का खतरा दूसरों की तुलना में ज्यादा है। इसलिए उन्हें खास तौर पर सतर्कता बरतने की जरूरत है।

अमेरिका में खतरा ज्यादा
प्रोफ्रेसर जीन फ्रैंकोइस का कहना है कि यह खतरा अमेरिका में ज्यादा है, क्योंकि वहां 42.4 फीसदी लोग मोटापे के शिकार हैं। इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा है। वैसे, कोरोना वायरस से उन लोगों को ज्यादा खतरा है, जो उम्रदराज हैं, लेकिन मोटापे के शिकार युवा भी जल्दी इसके संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। कोरोना का संक्रमण बच्चों में भी ज्यादा हो सकता है। अमेरिका में करीब 18.5 फीसदी बच्चे भी मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं। 

एच1एन1 फ्लू की महामारी में भी हुआ था ऐसा
साल 2009 में अमेरिका में जब एच1एन1 फ्लू  महामारी फैली थी, तब इसे लेकर एक स्टडी की गई थी। इस स्टडी से पता चला था कि इस महामारी की चपेट में आकर हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले वालों में मोटे लोगों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा थी। ज्यादा वजन वाले लोगों को कई तरह की गंभीर बीमारियां होने का खतरा ज्यादा रहता है। इनमें डायबिटीज, हार्ट अटैक से लेकर कैंसर तक शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि खान-पान की बदलती आदतों के कारण दुनिया भर में मोटे लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अमेरिका में यह समस्या ज्यादा है। वहां के बच्चों में भी मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। इसके लिए फास्ट फूड और आरामदेह जीवनशैली जिम्मेदार है। 
 


 

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