कैसे पुरुषों की सेक्स पावर और प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है मोटापा, जानें एक्सपर्ट्स की राय

आजकल पुरुषों में इनफर्टिलिटी का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं एक बड़ा कारण जो मेल इनफर्टिलिटी को प्रभावित करता है।

Deepali Virk | Published : Oct 28, 2022 8:28 AM IST

हेल्थ डेस्क : मोटापा (obesity) एक गंभीर समस्या है जो कई बीमारियों को जन्म देता है। इन्हीं बीमारियों में से एक है मेल इनफर्टिलिटी (male infertility), जो मोटापे के कारण तेजी से पुरुषों में बढ़ती जा रही है और उन्हें सेक्स के दौरान कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि बच्चे पैदा करने में भी दिक्कत आती है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि कैसे मोटापा मेल इनफर्टिलिटी को प्रभावित करता है और इसके जोखिम को कैसे कम किया जा सकता है। इसे लेकर हमने डॉ. अपूर्व सतीश अमरनाथ, नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी, कल्याण नगर, बैंगलोर में फर्टिलिटी कंसल्टेंट से बात की, जिन्होंने हमें बताया कि पुरुषों में मोटापा उनकी प्रजनन प्रणाली को कैसे प्रभावित करता है।

कम शुक्राणुओं की संख्या 
एक हाई बॉडी मास इंडेक्स यानी की मोटापा कम शुक्राणुओं की संख्या के साथ जुड़ा हुआ है। पुरुषों के शरीर में जमा फैट शुक्राणु की संख्या गुणवत्ता को भी कम कर सकते हैं, जिससे प्रजनन के दौरान अंडे के साथ स्पर्म के मिलने में समस्या आती है। 

लो स्पर्म काउंट 
बच्चा पैदा करने के लिए स्पर्म काउंट का हेल्दी होना बहुत जरूरी है। नहीं तो ये गर्भपात का कारण बन सकते हैं। डॉ. अपूर्व सतीश अमरनाथ ने बताया कि मोटापा पुरुषों के स्पर्म काउंट को प्रभावित करता है, जिससे हेल्दी स्पर्म महिलाओं के गर्भ में नहीं पहुंचाता है। 

हार्मोनल असंतुलन
मोटापा पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है। हार्मोन प्रजनन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मोटापा पुरुष शरीर में पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन को कम कर सकता है, जो सेक्स पावर और मूड को कम कर सकता है।

अंडकोश के तापमान को करें प्रभावित
आमतौर पर, अंडकोश को बेहतर काम करने के लिए ठंडे तापमान पर होना चाहिए। मोटे पुरुषों में, अंडकोश आमतौर पर शरीर के अन्य ऊतकों से घिरा होता है। और इसके कारण तापमान बढ़ जाता है, जिससे सेक्स के दौरान उनके स्टेमिना में कमी और गुणवत्ता वाले शुक्राणुओं का उत्पादन करना मुश्किल हो जाता है।

एक्सपर्ट्स की राय
मेल फर्टिलिटी के बारे में बात करते हुए डॉ. अपूर्व सतीश अमरनाथ ने बताया कि हमें उन कारकों की पता लगा चाहिए जो फर्टिलिटी को प्रभावित करता है। इसमें मोटापा एक ऐसा कारक है जो आपके प्रजनन और आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इससे कई जोड़ों को कई प्रयासों के बाद भी गर्भधारण करने में कठिनाई होती है। हालांकि, डॉक्टर ने बताया कि मोटापे को नियंत्रण में रखना मुश्किल नहीं है। आपको सिर्फ हल्के व्यायम के साथ मामूली आहार और जीवनशैली में बदलाव करने की आवश्यकता होती है। स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम का पालन करके लोग अपना वजन कम कर सकते हैं। और यह देखा गया है कि बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) कम करने के बाद जोड़े जल्दी से गर्भ धारण कर सकते हैं। 

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