ओमीक्रॉन संक्रमण की दहशत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। अब इसे लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इससे संक्रमित होने वाले करीब 50% लोग पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं और उन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है।
हेल्थ डेस्क : पूरी दुनिया में कोरोनावायरस (Coronavirus) का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) हाहाकार मचा रहा है। भारत में भी इसके संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। शनिवार तक भारत में इसकी संख्या 415 हो गई। इसे लेकर सरकार अलर्ट है और कई जगह नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया गया है। लेकिन यह संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। हाल ही में इसे लेकर खुलासा हुआ है कि ओमीक्रॉन से संक्रमित होने वाले 50% लोग पूरी तरह से वैक्सीनेटेड (Covid 19 vaccine) है और उन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। इसे लेकर केंद्र सरकार ने कहा कि अकेले वैक्सीन के दम पर महामारी को रोकना मुश्किल है।
यूनियन हेल्थ सेक्रेट्री राजीव भूषण ने बताया कि ओमीक्रॉन के 27% मामलों में विदेश यात्रा की कोई हिस्ट्री नहीं है। यह कम्युनिटी स्प्रेड का संकेत है। उन्होंने यह भी बताया कि संक्रमितों में से 50% लोग पूरी तरह से वैक्सीनेटेड थे, जबकि कुछ लोग बूस्टर शार्ट भी ले चुके है। बता दें कि यह आंकड़े 183 संक्रमित मरीजों से हासिल हुए हैं। जिसमें से 87 लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके है और 3 लोग बूस्टर शॉट भी लगावा चुके है। वहीं केंद्र सरकार के जारी विश्लेषण में 73 लोगों के वैक्शिनेशन स्टेटस की कोई जानकारी नहीं है। जबकि 16 लोग वैक्सीन के लिए 18 साल से अधिक नहीं है।
ओमीक्रॉन के संक्रमण को लेकर कोविड-19 टास्क फोर्स के प्रमुख वीके पॉल ने कहा है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट के घरों में ट्रांसमिट होने के जोखिम को कम नहीं किया जा सकता है। यह वायरस डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले तेजी से फैल रहा है। ऐसे में इंफेक्शन का खतरा और ज्यादा है। उन्होंने कहा कि जो लोग बाहर मास्क नहीं पहनते है, ऐसे लोग घर में बाकी सदस्यों को संक्रमित करेंगे। ओमीक्रॉन का खतरा बहुत ज्यादा है अपने दिमाग में हमें यह बात बिठा लेनी चाहिए।
इतना ही नहीं इस विश्लेषण से यह भी पता चला है कि ओमीक्रॉन से संक्रमित करीब 70% लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखा है। हालांकि, इसके नार्मल सिम्टम्स की बात की जाए तो इससे इसमें गले में खराश होना आम है।
ये भी पढ़ें- Coronavirus: डेल्टा और Omicron के बीच गले की फांस बन रहा डेल्मिक्रॉम, जानें क्या है ये नई फसाद