रक्तदान को महादान कहा गया है। इससे किसी का जीवन बचाया जा सकता है। किसी भी मेडिकल इमरजेंसी की हालत में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ सकती है।
हेल्थ डेस्क। रक्तदान को महादान कहा गया है। इससे किसी का जीवन बचाया जा सकता है। किसी भी मेडिकल इमरजेंसी की हालत में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ सकती है। हमारे देश में हर साल करीब एक करोड़ यूनिट ब्लड की जरूरत होती है, लेकिन इतना ब्लड इकट्ठा कर पाना आसान नहीं। इसके लिए बड़े अस्पताल और कई संगठन कैंप लगा कर लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रेरित करते हैं। रक्तदान को लेकर लोगों में काफी भ्रांतियां भी हैं। बहुत से लोग सोचते हैं कि रक्तदान करने से कमजोरी आ जाती है और वे ऐसा करने से बचना चाहते हैं। लेकिन वैज्ञानिक तथ्य यह है कि रक्तदान करने से किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं होती। फिर भी हर कोई रक्तदान नहीं कर सकता। जानें रक्तदान से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
1. ब्लड टेस्ट जरूरी
रक्तदान करने से पहले ब्लड टेस्ट कर उसमें हीमोग्लोबिन के स्तर को जानना जरूरी है। अगर किसी व्यक्ति का हीमोग्लोबिन 12 प्रतिशत से कम हो तो उसे रक्तदान नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, अगर कोई व्यक्ति किसी तरह के संक्रमण का शिकार हो तो वह भी रक्तदान नहीं कर सकता है।
2. किसी तरह की बीमारी नहीं हो
आजकल बहुत से लोग डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के शिकार रहते हैं। कई बार तो उन्हें भी इसका पता नहीं होता। ऐसे लोगों को रक्तदान नहीं करना चाहिए।
3. गर्भवती महिलाएं
कोई भी स्वस्थ महिला रक्तदान कर सकती है, लेकिन गर्भवती महिलाओं को रक्तदान नहीं करना चाहिए। इसी तरह, जिन महिलाओं को गर्भपात हुआ हो, उन्हें भी कम से कम 6 महीने तक रक्तदान करने से बचना चाहिए।
4. रक्तदान के पहले स्मोकिंग नहीं करें
रक्तदान के पहले और बाद में 3-4 घंटे तक स्मोकिंग नहीं करना चाहिए। हो सके तो जिस दिन रक्दान करना हो, उसके एक दिन पहले से ही स्मोकिंग नहीं करें। किसी भी तरह के नशे की स्थिति में रक्तदान नहीं करना चाहिए।
5. अच्छी डाइट लें
रक्तदान करने के बाद अच्छी डाइट लेनी चाहिए। रक्तदान करने के बाद जूस, चिप्स और दूसरी चीजें खाने को दी जाती हैं। उनके अलावा भी हर 4 घंटे पर अच्छा खाना खाएं। जूस का सेवन करें।
6. कितनी बार कर सकते रक्तदान
कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। पुरुष 3 महीने में एक बार रक्तदान कर सकते हैं, वहीं महिलाएं 4 महीने में रक्तदान कर सकती हैं। इससे हीमोग्लोबिन में कोई कमी नहीं आती।