मलेरिया रोग को दूर करने के घरेलू उपाय , जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके

Published : Jun 12, 2020, 11:04 AM IST
मलेरिया रोग को दूर करने के घरेलू उपाय , जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके

सार

मलेरिया मच्छर के काटने से होने वाली एक गंभीर बीमारी है। आमतौर पर लोग मलेरिया का नाम सुनते ही डर जाते हैं। क्योंकि मलेरिया का समय पर इलाज न मिलने पर ये जानलेवा साबित होती है। मलेरिया का मच्छर यानि ऐनोफलीज़ मच्छर के काटने से होता है। जो अक्सर साफ पानी में पैदा होता है और दिन के समय काटता है। गर्मी और बरसात के मौसम में मलेरिया की बीमारी का प्रकोप बढ़ने लगता है। इसलिए हम आपको मलेरिया के लक्षण, बचाव और घरेलू उपाय बता रहे हैं।  

हेल्थ डेस्क।  मलेरिया मच्छर के काटने से होने वाली एक गंभीर बीमारी है। आमतौर पर लोग मलेरिया का नाम सुनते ही डर जाते हैं। क्योंकि मलेरिया का समय पर इलाज न मिलने पर ये जानलेवा साबित होती है। मलेरिया का मच्छर यानि ऐनोफलीज़ मच्छर के काटने से होता है। जो अक्सर साफ पानी में पैदा होता है और दिन के समय काटता है। गर्मी और बरसात के मौसम में मलेरिया की बीमारी का प्रकोप बढ़ने लगता है। इसलिए हम आपको मलेरिया के लक्षण, बचाव और घरेलू उपाय बता रहे हैं।

मलेरिया के लक्षण 
 1. लगातार बुखार रहना 
2. ज्यादा पसीना आना 
3. शरीर में कमजोरी आना और दर्द रहना 
4. सिरदर्द 5. ज्यादा ठंड लगना

मलेरिया के बचाव के तरीके
1. घर के पास साफ-सफाई रखना
2. कूलर के पानी की सप्ताह में एक बार सफाई करना
3. पुराने बर्तनों में पानी जमा न होने देना4. पूरी बाजू के कपड़े पहनना
5. मच्छरदानी या मॉस्किटो रेप्लीकेंट का उपयोग करना

मलेरिया के घरेलू उपचार
 1.गिलोय मलेरिया और डेंगू के इलाज के लिए अमृत मानी जाती है। गिलोय की गोली या काढ़ा बनाकर दिन में 3-4 बार सेवन करने से आराम मिलता है। गिलोय, तुलसी,काली मिर्च और पपीते के पत्तों को उबालकर या रात में मिट्टी के बर्तन में भिगोकर सुबह छानकर पीएं। बुखार में राहत मिलेगी।

2. मलेरिया में विटामिन सी और बहुत सारे पौषक तत्वों से भरपूर अमरूद का सेवन करना भी फायदेमंद होता है।
3. तुलसी के पत्ते (8-10) और 7-8 काली मिर्च को पीसकर शहद के साथ सुबह-शाम लेने से बुखार में कमी आती है।
4. मलेरिया में पीड़ित को नींबू में काली मिर्च और सेंधा नमक या सेब पर काली मिर्च और सेंधा नमक छिड़क कर खिलाने से लाभ होता है।
5. मलेरिया में तरल पदार्थों के अलावा खिचड़ी, दलिया, साबुदाना जैसे हल्के और पौषक तत्वों से भरपूर आहार दें।
 

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