कोरोना से बचाव के लिए शराब और मादक पदार्थों से रहें दूर, इनसे इम्युनिटी पर पड़ता है बुरा असर

देश के 29 राज्य कोरोना की चपेट में आ गए हैं। इससे 1637 लोग संक्रमित हो गए हैं और 50 लोगों की मौत हो गई है। पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में, इससे बचाव के लिए कुछ खास सावधानियां बरतने की जरूरत है। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 1, 2020 4:20 AM IST

हेल्थ डेस्क। देश के 29 राज्य कोरोना की चपेट में आ गए हैं। इससे 1637 लोग संक्रमित हो गए हैं और 50 लोगों की मौत हो गई है। पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में, इससे बचाव के लिए कुछ खास सावधानियां बरतने की जरूरत है। लॉकडाउन के कारण लगातार घरों में रह रहे लोग मानसिक तनाव और दूसरी समस्याओं से जूझ रहे हैं। बहुत से लोग लॉकडाउन के कारण तनाव से बचने के लिए शराब और दूसरे मादक पदार्थों का सेवन ज्यादा कर सकते हैं। वहीं, जिन लोगों को स्मोकिंग की आदत है, वे भी ज्यादा सिगरेट या बीड़ी पी सकते हैं। इससे कुछ समय के लिए उन्हें राहत महसूस होती है। लेकिन शराब और दूसरे मादक पदार्थों का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से इम्युनिटी पर बुरा असर पड़ता है। 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया परामर्श
शराब, तंबाकू और दूसरे मादक पदार्थों का लोग लॉकडाउन के दौरान ज्यादा इस्तेमाल नहीं करने लगें, इस खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने परामर्श जारी कर लोगों को इससे बचने की सलाह दी है। वहीं, डॉक्टरों का भी कहना है कि शराब और दूसरे मादक पदार्थ शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर करते हैं और इससे किसी भी वायरस के संक्रमण का खतरा उन्हें ज्यादा रहता है। इसलिए हर हाल में इनसे बचना जरूरी है। 

शराब से लिवर को होता है नुकसान
लिवर शरीर का एक ऐसा अंग है जो शरीर की कई महत्वपूर्ण गतिविधियों को संचालित करता है। यह टॉक्सिक तत्वों को ब्लड में जाने से रोकता है और मेटाबॉलिज्म को ठीक रखता है। ज्यादा मात्रा में शराब पीने से सबसे ज्यादा नुकसान लिवर को पहुंचता है। इससे डाइजेशन खराब होने के साथ दूसरी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए किसी भी हाल में ज्यादा शराब पीने से लोगों को बचना चाहिए।

स्मोकिंग का फेफड़े पर बुरा असर
स्मोकिंग करने से फेफड़े पर बुरा असर पड़ता है। जो लोग ज्यादा स्मोकिंग करते हैं, उनके फेफड़े कमजोर हो जाते हैं और उन्हें पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता। जिन लोगों को धूम्रपान की आदत हो गई है, उनके लिए इसे छोड़ पाना आसान नहीं होता। तंबाकू में निकोटीन नाम का एक तत्व पाया जाता है। सिगरेट पीने से निकोटीन खून में मिल जाता है और लोगों को एक खास तरह की संतुष्टि मिलती है। जब इसकी कमी हो जाती है, तो सिगरेट पीने की तलब लगती है। बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण का असर फेफड़े पर ज्यादा पड़ता है और इसी से सांस लेने में परेशानी होती है। इसलिए इस वायरस से बचाव को लिए हर हाल में स्मोकिंग की लत को छोड़ने की कोशिश करनी चाहिए।  

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