कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दुनिया भर में भारी तबाही मचाने वाले इस वायरस से भारत में 4000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 108 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।
हेल्थ डेस्क। कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दुनिया भर में भारी तबाही मचाने वाले इस वायरस से भारत में 4000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 108 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। अभी तक इस वायरस से बचाव का कोई टीका सामने नहीं आ सका है। इसके लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस बीच कोरोना से तबाही बढ़ती ही जा रही है। दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है। कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग की नीति अपनाई जा रही है, ताकि इसका संक्रमण ज्यादा नहीं फैल सके। वहीं, कुछ ऐसी आदतें हैं जो कोरोना को फैलाने में मददगार बनती हैं। इनके बारे में जानना और इनसे दूर रहना जरूरी है।
1. स्मोकिंग
सिगरेट और तंबाकू के सेवन से कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ता है। सिगरेट के धुएं में कई तरह के नुकसानदेह केमिकल पाए जाते हैं, जो फेफड़े को कमजोर करते हैं। द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक शोध लेख के अनुसार, चीन में कोरोना के 1,099 मरीजों का अध्ययन किया गया। इसमें पाया गया कि जो लोग समोकिंग करते थे, उनके आईसीयू में भर्ती होने, सांस लेने में ज्यादा दिक्कत होने और मौत होने की संभावना धूम्रपान नहीं करने वालों की तुलना में तीन गुना ज्यादा थी। जो लोग धूम्रपान करते हैं, उन्हें सांस संबंधी बीमारियां और निमोनिया होने का खतरा ज्यादा रहता है। अमेरिका के मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल की एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि तंबाकू का इस्तेमाल करने से एक ऐसा एंजाइम बढ़ता है, जो कोविड-19 वायरस को फेफड़े के सेल्स से चिपकने में मददगार होता है।
2. एल्कोहल
शराब पीने से इम्युनिटी कमजोर होती है। जो लोग ज्यादा शराब का सेवन करते हैं, उनके शरीर के कई अंगों की कार्यप्रणाली कमजोर हो जाती है। इससे उन्हें किसी भी तरह का संक्रमण होने का खतरा ज्यादा होता है। कोरोना के फैलने के बाद ऐसी अफवाहें उड़ीं कि एल्कोहल का शरीर पर छिड़काव करने और शराब पीने से इसके संक्रमण से बचा जा सकता है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे गलत बताया। अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी के अनुसार, शराब के सेवन से फेफड़े पर बुरा असर पड़ता है और निमोनिया होने की ज्यादा आशंका रहती है।
3. कम नींद
कम नींद लेने से भी इम्युनिटी कमजोर होती है। किसी भी व्यक्ति के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूरी है। इससे कम सोने वालों को स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। इंग्लैंड के नेशनल हेल्थ सर्विस की स्टडी में बताया गया है कि जो लोग 7-8 घंटे की जगह 5 घंटे सोते हैं, उन्हें सर्दी-जुकाम और दूसरे संक्रमण जल्दी हो सकते हैं। सोने के पहले चाय-कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए और मोबाइल फोन से दूरी बना लेनी चाहिए।
4. बार-बार बालों पर हाथ फेरना
कुछ लोगों की आदत होती है कि वे बार-बार बालों पर हाथ फेरते हैं। कोरोना का वायरस बालों में कुछ मिनट से लेकर कुछ घंटों तक रह सकता है। अगर आप बार-बार बालों पर हाथ फेरते हैं, तो इससे इसका संक्रमण आपको हो सकता है। आजकल दाढ़ी रखने का फैशन भी युवाओं में बढ़ता जा रहा है। दाढ़ी रखने वाले लोग भी अक्सर दाढ़ी पर हाथ फेरते रहते हैं। यह भी कोरोना के संक्रमण की एक वजह बन सकता है। इंग्लैंड में हेल्थ सर्विस से जुड़े लोगों की इसी वजह से क्लीन शेव्ड रहने की सलाह दी जा रही है।
5. नाक में उंगली डालना
कुछ लोगों की आदत होती है कि समय-समय पर नाक में उंगली डालते हैं और फिर हाथ साफ नहीं करते। यह एक गंदी आदत है। घरों में जब बच्चे नाक में उंगली डालते हैं, तो उन्हें ऐसा करने से मना किया जाता है। लेकिन बड़े लोगों को ऐसा करने से मना करना संभव नहीं हो पाता। नाक में उंगली डालने से वायरस के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। इससे स्टैफिलोकोकस ऑरियस नाम का वायरस नाक में चला जाता है, जो कई तरह के संक्रमण को फैला सकता है। इस गंदी आदत से जितना दूर रहें, उतना ही अच्छा होगा।