लंबी हाइट वाले और गोरे लड़कों के इस खास अंग में हो सकता है कैंसर, लक्षण को लेकर रहें सतर्क

कैंसर खतरनाक बीमारी है। इसे लेकर आए दिन नए-नए शोध हो रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में हुए नए शोध की मानें तो लंबे हाइट वाले पुरुषों में टेस्टिकुलर कैंसर का खतरा ज्यादा होता है।

Nitu Kumari | Published : May 17, 2022 5:33 AM IST / Updated: May 17 2022, 11:05 AM IST

हेल्थ डेस्क: कैंसर जानलेवा बीमारी है जो किसी को भी कभी भी अपनी चपेट में ले सकता है। यह बीमारी शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। वक्त से पहले अगर ये पता चल जाए तो इलाज संभव है। नहीं तो ये जान भी ले सकती है। कैंसर के कई प्रकार होते हैं इसी में एक नाम टेस्टीकुलर कैंसर का है जो पुरुषों में होता है। हालांकि टेस्टीकुलर कैंसर कम होते हैं। भारत में एक लाख पुरुषों में से एक पुरुष में यह होता है। 

बता दें कि टेस्टिस पुरुष ऑर्गन है। जो अंडकोष के भीतर स्थित होता है। यह सेक्स हार्मोन और स्पर्म प्रोडक्शन का काम करता है।नेशनल हेल्थ सर्विस ( NHS) के मुताबिक 15 से 49 वर्ष की आयु के पुरुषों में टेस्टिकुलर कैंसर हो सकता है। हालांकि यह कैंसर किसी भी मेल को अपनी चपेटे में ले सकता है। लेकिन गोरे लोगों में टेस्टिकुलर कैंसर होने की संभावना अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा रहती है।  जॉन हॉपकिन्स मेडिसिन की मानें तो संयुक्त राज्य अमेरिका में सफेद पुरुषों में यह कैंसर ज्यादा होती है। जबकि काले लोगों में कम देखने को मिलता है।

लंबे लोगों में कैंसर की संभावना ज्यादा

वहीं, यूके के कैंसर रिसर्च में कहा गया है कि जो पुरुष औसत से ज्यादा लंबे होते हैं उनमें टेस्टिकुलर कैंसर का खतरा ज्यादा होता है। जबकि छोटे हाइट वाले पुरुष में यह कम देखा गया है।  10 हजार से ज्यादा पुरूषों के आंकड़ों को देखने के बाद पाया गया कि औसत से ज्यादा 2 इंच या 5 सेंटीमीटर की अतिरिक्त हाइट के लिए टेस्टिकुलर कैंसर का खतरा 13 प्रतिशथ बढ़ गया। 

अनुवांशिक बीमारी है  टेस्टिकुलर कैंसर

इसके साथ ही इस कैंसर के साथ फैमिली हिस्ट्री भी जुड़ी होती है। यह रोग अनुवांशिक है और यह पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ता है। रिसर्च के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति के भाई में यह कैंसर है तो 8 से 12 गुना और पिता में यह कैंसर है तो दो से चार गुना ज्यादा जोखिम होता है। 

टेस्टिकुलर कैंसर के लक्षण

टेस्टिस कैंसर तब होता है जब टेस्टिस में सेल्स की ग्रोथ बढ़ जाती है। जिसकी वजह से ट्यूमर बन जाता है। भविष्य में यह कैंसर सेल्स बनाता है। कमर में दर्द, सूजन या फिर गांठ टेस्टिस कैंसर के लक्षण है। 

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