World Cancer Day 2020 : जानें क्यों मनाया जाता है कैंसर दिवस, बढ़ता ही जा रहा है इस बीमारी का खतरा

आज पूरी दुनिया में कैंसर दिवस मनाया जा रहा है। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। शोध से पता चला है कि पिछले कुछ वर्षों में सबसे ज्यादा लोगों की मौत इस बीमारी से हुई है। अब यह बीमारी पूरी दुनिया में गंभीर रूप लेती जा रही है।

Manoj Jha | Published : Feb 4, 2020 4:14 AM IST

हेल्थ डेस्क। आज पूरी दुनिया में कैंसर दिवस मनाया जा रहा है। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। शोध से पता चला है कि पिछले कुछ वर्षों में सबसे ज्यादा लोगों की मौत इस बीमारी से हुई है। अब यह बीमारी पूरी दुनिया में गंभीर रूप लेती जा रही है। इसके पीछे आधुनिक जीवनशैली से लेकर खान-पान और पर्यावरण में आ रहे नकारात्मक बदलाव मुख्य कारण हैं। इस बीमारी की भयंकरता तो देखते हुए इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से साल 2005 से 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस का आयोजन शुरू किया गया। तब से हर साल 4 फरवरी को कैंसर दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस बार इसकी थीम है - आई एम एंड आई विल, यानी कैंसर को हराना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया में हर साल होने वाली छह मौतों में एक की वजह कैंसर है। ब्रेस्ट, सर्वाइकल, प्रोस्टेट, मुंह और बड़ी आंत के कैंसर के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं। कैंसर अभी तक एक लाइलाज बीमारी बनी हुई है। वैसे अगर इसका पता जल्दी चल जाए तो इससे बचाव हो सकता है। यह अनुमान व्यक्त किया गया है दुनिया में हर साल कैंसर से 96 लाख लोगों की मौत होती है।  

हर 8 मौतों में से 1 कैंसर की वजह से 
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया में हर साल होने वाली छह मौतों में एक की वजह कैंसर है। ब्रेस्ट, सर्वाइकल, प्रोस्टेट, मुंह और बड़ी आंत के कैंसर के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं। इंडियन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, भारत में अगले 10 सालों में करीब डेढ़ करोड़ लोगों को कैंसर होने की संभावना है। कहा जा रहा है कि इसमें 50 फीसदी कैंसर लाइलाज होगा।  

कब मनाया गया पहली बार यह दिवस
पहली बार विश्व कैंसर दिवस साल 1933 में मनाया गया। अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ ने जिनेवा में पहली बार कैंसर दिवस मनाया। 4 फरवरी, 2000 को विश्व कैंसर सम्मेलन हुआ। इसमें यह निर्णय लिया गया कि हर साल 4 फरवरी को कैंसर के प्रति जागरूकता के प्रसार लिए इस दिवस को मनाया जाएगा। यह सम्मेलन पेरिस में हुआ था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय लगभग एक करोड़, बीस लाख से ज्यादा लोग कैंसर से पीड़ित थे और हर साल करीब 7 लाख लोग कैंसर के कारण मौत के शिकार हो रहे थे। 

जानलेवा बीमारी है कैंसर
कैंसर एक जानलेवा और गंभीर बीमारी है। यह कम से कम 100 प्रकार का होता है। औरतों में आम तौर पर ब्रेस्ट कैंसर के मामले ज्यादा सामने आते हैं। इसके अलावा ब्लड कैंसर, लिवर कैंसर और ओरल कैंसर भी कम खतरनाक नहीं हैं। वैसे कैंसर के शुरुआती लक्षण के पता चलते ही तत्काल इलाज कराने से यह बीमारी ठीक भी हो सकती है।

कैसे मनाते हैं विश्व कैंसर दिवस
विश्व कैंसर दिवस यानी 4 फरवरी को इस घातक बीमारी की रोकथाम के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संगठन दुनिया भर के देशों में कैंप लगाते हैं, व्याख्यानों और सेमिनारों का आयोजन करते हैं। इन आयोजनों में आम जनता को भी शामिल किया जाता है, ताकि उन्हें इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जा सके। उन्हें अलग-अलग कैंसर के लक्षणों के बारे में भी बताया जाता है, ताकि शुरुआती लक्षणो को देखते ही इसका इलाज करवा कर कैंसर को दूर किया जा सके। भारत में भी सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा कैंसर को लेकर कई तरह के आयोजन किए जाते हैं। भारत में कैंसर के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नवंबर महीने की 7 तारीख को राष्ट्रीय स्तर पर कैंसर अवेयरनेस डे मनाया जाता है।
 

Share this article
click me!