झारखंड चुनाव में यह चरण काफी अहम माना जा रहा है इस चरण में हाई प्रोफाइल प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर लगी है इनमें मुख्यमंत्री रघुवर दास और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा समेत कई मौजूदा मंत्री और पूर्व मंत्रियों के नामा शामिल हैं
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के बाद दूसरे चरण की 20 सीटों पर राजनीतिक दलों की जोर आजमाइश तेज है। झारखंड चुनाव में यह चरण काफी अहम माना जा रहा है। इस चरण में हाई प्रोफाइल प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर लगी है। इनमें मुख्यमंत्री रघुवर दास और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा समेत कई मौजूदा मंत्री और पूर्व मंत्रियों के नामा शामिल हैं।
दूसरे चरण की 20 सीटों पर 260 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं। इसमें सबसे ज्यादा हॉट सीट है जमशेदपुर पूर्वी। यह सीट मुख्यमंत्री रघुवर दास की है, जिनके खिलाफ उनके ही कैबिनेट में मंत्री रहे सरयू राय निर्दलीय चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। जबकि, कांग्रेस से गौरव वल्लभ और जेवीएम से अभय सिंह चुनौती दे रहे हैं। चौतरफा घिरे रघुवर दास के लिए अपनी जीत के सिलसिले को बरकरार रखना एक बड़ी चुनौती होगी।
पीएम मोदी ने भी जमेशदपुर में की रैली
यही वजह है कि रघुवर दास की जीत की नींव रखने के लिए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमेशदपुर में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने केंद्र और राज्य के विकास योजनाओं का जिक्र करते हुए पिछले पांच साल में किए कार्यों का बखान किया। उन्होंने टाटा स्टील से गुजरात की तुलना की और कांग्रेस और जेएमएम से मतदाताओं को सचेत किया।
सीएम रघुवर दास के साथ-साथ उनकी सरकार में मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा की साख भी खूंटी सीट पर लगी है। इसके अलावा मंत्री रामचंद्र सहिस के भाग्य का फैसला भी इसी चरण में होना है। स्पीकर दिनेश उरांव एक बार फिर से सिसई से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उन्हें जेएमएम से कड़ी चुनौती मिल रही है। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा की चक्रधरपुर सीट पर साख दावं पर लगी है। जबकि, चंपई सोरेन, जोबा मांझी, बंधु तिर्की सहित कई नेता चुनावी चक्रव्यूह में जबरदस्त तरीके से घिरे हुए हैं।
बागी कहीं बिगाड़ न दें सियासी खेल
दूसरे चरण में विपक्षी दलों से मुकाबला करने के साथ बागियों से भी कड़ी चुनौती मिल रही है। मौजूदा तीन विधायक पार्टी बदल कर चुनाव मैदान में खड़े हैं। इसमें कुणाल षाड़ंगी, विकास मुंडा और शशिभूषण सामड़ शामिल हैं। वहीं, पार्टी से टिकट नहीं मिलने के कारण सरयू राय और पौलुस सुरीन निर्दलीय मैदान में हैं।
कुणाल षाड़ंगी जेएमएम छोड़ कर बीजेपी के टिकट पर बहरागोड़ा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। विकास मुंडा आजसू छोड़ कर जेएमएम की टिकट से तमाड़ से चुनावी मैदान में हैं। जेएमएम से टिकट कटने के बाद शशिभूषण सामड़ चक्रधरपुर सीट से जेवीएम के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बलमुचू इस बार आजसू की टिकट पर घाटशिला से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले चुनाव में भाजपा की टिकट पर बहरागोड़ा से चुनाव लड़ने वाले समीर मोहंती इस बार जेएमएम के प्रत्याशी हैं। पूर्व आइएएस जेबी तुबिद दोबारा चाईबासा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह बीजेपी ने उम्मीदवार हैं। ऐसे में यह चरण काफी हाई प्रोफाइल माना जा रहा है।
(फाइल फोटो)