झारखंड के गढ़वा जिले में एक आदमखोर तेंदुआ आतंक मचाए हुए है। वह लगातार लोगों को निशाना बना रहा है। बुधवार शाम उसने 20 साल के एक युवक को मार डाला। बीते तीन सप्ताह में यह चौथी मौत है।
गढ़वा(Jharkhand). झारखंड के गढ़वा जिले में एक आदमखोर तेंदुआ आतंक मचाए हुए है। वह लगातार लोगों को निशाना बना रहा है। बुधवार शाम उसने 20 साल के एक युवक को मार डाला। बीते तीन सप्ताह में यह चौथी मौत है। तेंदुए की दहशत से लोग घरों में कैद होने के मजबूर हो गए हैं। वन विभाग की टीम तमाम प्रयासों के बाद भी इस तेंदुए को पकड़ने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है।
जानकारी के मुतबिक तेंदुए के हमले में मौत की ताजा घटना गढ़वा जिले के रामकंडा के कुशवाह गांव में हुई। गांव में चाचा के यहां से अपने घर लौट रहे हरेंद्र नायक(20) पर बुधवार शाम साढ़े छह बजे तेंदुए ने हमला कर दिया। गढ़वा मंडल वन अधिकारी (दक्षिण) शशि कुमार के अनुसार तेंदुए ने युवक की गर्दन पर हमला किया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। युवक की मौत के बाद पूरे इलाके में दहशत फ़ैल गई, वहीं मृतक के घर में कोहराम मच गया।
बीते तीन सप्ताह में ये चौथी घटना
बताया जा रहा है कि 20 दिनों में इस क्षेत्र में इस तरह की ये चौथी घटना है। इससे पहले रंका प्रखंड के सेवडीह गांव में 19 दिसंबर को छह साल की एक बच्ची को तेंदुए ने मार डाला था। इससे पूर्व 14 दिसंबर को भंडरिया प्रखंड के रोड़ो गांव में तेंदुए ने एक अन्य छह साल की बच्ची को मार डाला था। इसी तरह लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड के चिपडोहर इलाके में 10 दिसंबर को एक 12 साल की बच्ची की तेंदुए के हमले में मौत हो गई थी। अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि माना जा रहा है कि चारों मौतें एक ही तेंदुए के हमले में हुई हैं। गढ़वा के वन मंडल ने कहा है कि इस तेंदूए को नरभक्षी या आदमखोर घोषित करने के प्रस्ताव का प्रारूप तैयार कर लिया गया है।
ड्रोन से निगरानी के बाद भी नहीं दिखा तेंदुआ
गढ़वा मंडल वन अधिकारी शशि कुमार ने कहा कि 19 दिसंबर की घटना के बाद हम ड्रोन कैमरों के माध्यम से क्षेत्र की निगरानी करते रहे, लेकिन, हमें तेंदुए का कोई निशान नहीं मिला। हमें लगा कि यह क्षेत्र छोड़ कर चला गया है। उन्होंने कहा कि ताजा घटना के बाद हमने तेंदुए को आदमखोर घोषित करने के अपने प्रस्ताव को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसे मंजूरी के लिए मुख्य वन्यजीव वार्डन के पास भेजा जाएगा।
सूर्यास्त के बाद लोगों के घर से न निकलने की सलाह
वन विभाग ने ग्रामीणों को सूर्यास्त के बाद घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई थी, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को सूर्यास्त के बाद अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दी है, क्योंकि इस दौरान तेंदुआ हमला करता रहा है। विभाग ने स्पष्ट कहा है कि अगर उन्हें बाहर जाने की जरूरत है तो उनके साथ पुरुषों का एक समूह होना चाहिए। वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए तीन पिंजरे भी मंगवाए हैं।