झारखंड के चतरा में हुए नक्सली हमले में एक घायल सीआरपीएफ जवान की इलाज के दौरान मौत हो गई है। प्रदेश नक्सलवाद की समस्या से ग्रस्त है और इसके सफाए के लिए कई अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत कार्यवाही करने के दौरान मुठभेड़ हो गई थी।
चतरा: झारखंड के चतरा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हई मुठभेड़ में घायल सीआरपीएफ जवान चित्तरंजन कुमार की रांची में इलाज के दौरान मौत हो गई। 18 सितंबर को झारखंड के चतरा जिले के प्रतापपुर-कुंदा थाना क्षेत्र के सिकिद बलही जंगल में सुरक्षाबलों द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इसी दौरान सुरक्षाबल और नक्सलियों का आमना सामना हो गया। जंगल का फायदा उठा नक्सली अपने घायल साथियों को लेकर भागने में सफल रहे। सीआरपीएप के जवान को गोली लगी थी। जवान चित्तरंजन कुमार सीआरपीएफ 190 बटालियान का जवान थे। उनके पैर और कमर में नक्सलियों की गोली लगी थी। रांची के मेडिया अस्पताल में जवान ने अंतिम सांस ली। वे बिहार के राजगीर के रहने वाले हैं। रांची में अंतिम सलामी देने के बाद उनके शव को पैतृक गांव भेजा जाएगा।
अरविंद भुईयां और मनोहर गंझू के दस्ते से हुई मुठभेड़
सिकिद बलही जंगल में भाकपा माओवादी संगठन के रीजन कमेटी के सदस्य अरविंद भुइयां और सब जोनल कमांडर मनोहर गंझू के दस्ते के होने की सूचना पुलिस को मिली थी। जिसके बाद से जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। सुरक्षाबलों को देख नक्सलियों ने फायरिंग शुरु कर दी थी। जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग शुरु कर दी। दोनों और से कई राउंड गोलियां चली। जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान चित्तरंजन कुमार को नक्सलियों की गोली लग गई। आनन-फानन में घायल जवान को स्थानीय अस्पताल लाया गया जहां से जवान को रांची रेफर कर दिया गया।
कई नक्सलियों को भी लगी थी गोली
मुठभेड़ के दौरान कई नक्सलियों को भी गोली लगी थी। लेकिन सभी नक्सली जंगल का फायदा उठा भाग निकले थे। एसपी राकेश रंजन को सूचना मिली थी कि सिकिद जंगल में कई हार्डकोर नक्सलियों का जमावड़ा लगा है। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया था। सुरक्षा बलों ने इस दौरान नक्सलियों का कई सामान भी बरामद किया था।
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