एकतरफा प्यार में पड़ोस के रहने वाले शाहरूख नाम के युवक द्वारा अंकिता सिंह के ऊपर पेट्रोल डाल कर जला कर मर्डर करने की वारदात को अंजाम दिया। पांच दिन बाद अंकिता ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
दुमका। झारखंड (Jharkhand) के दुमका जिले (Dumka) में अंकिता हत्याकांड (Ankita murder) का सीडब्ल्यूसी (CWC) ने संज्ञान लिया है। सीडब्ल्यूसी (Child Welfare Committee) ने कहा कि छात्रा अंकिता क्लास 12 में पढ़ती थी और नाबालिग थी। अंकिता के हत्यारों पर पोक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। सीडब्ल्यूसी ने कहा कि अंकिता के हाईस्कूल की मार्कशीट पर अंकित जन्मतिथि के मुताबिक वह महज 16 साल की थी।
सीडब्ल्यूसी की चार सदस्यीय कमेटी ने की जांच
दुमका सीडब्ल्यूसी चेयरमैन अमरेंद्र कुमार ने कहा कि हमने एफआईआर में पोक्सो एक्ट को जोड़ने की रिकमेंडेशन दी है। सीडब्ल्यूसी जांच में लड़की नाबालिग थी। अमरेंद्र कुमार के नेतृत्व में सीडब्ल्यूसी की चार सदस्यीय टीम ने सोमवार को पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और उसकी मार्कशीट हासिल की। उन्होंने कहा कि उसकी मार्कशीट के अनुसार, उसका जन्म 26 नवंबर 2006 को हुआ था। डॉक्यूमेंट्स के आधार पर वह नाबालिग थी। इसलिए इस मामले में POCSO अधिनियम के तहत धाराएं लागू होती हैं।
पुलिस का दावा अंकिता ने मजिस्ट्रेट के सामने उम्र 19 बताया
हालांकि, पुलिस का दावा है कि मृतका की उम्र 19 साल है। दुमका पुलिस ने बताया कि मृतका ने मौत के पहले मजिस्ट्रेट को दिए अपने बयान में अपनी उम्र 19 साल बताई थी। लेकिन सीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट के बाद मृतका की उम्र को लेकर नया मोड़ आ गया है।
घर में सोते वक्त शाहरुख ने पेट्रोल छिड़क जला दिया
दुमका की बेटी अंकिता जरुवाडीह मोहल्ले में रहती थी। 23 अगस्त को वह अपने घर में सोई हुई थी। पांच बजे के आसपास उसकी पड़ोस में रहने वाला शाहरुख हुसैन ने खिड़की की ओर से उस पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी। गंभीर हालत में अंकिता को परिजन अस्पताल लेकर गए। फूलो झानो मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में अंकिता को भर्ती कराया गया।
90 प्रतिशत जल चुकी थी अंकिता
हालांकि, 90 प्रतिशत से अधिक जल चुकी अंकिता को प्राथमिक इलाज के बाद रिम्स में रेफर कर दिया गया। शनिवार की देर रात में अंकिता ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने एकतरफा प्यार में यह कदम उठाया था। लड़की ने बात करने से इनकार किया तो उसे मार डाला। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इतनी विभत्स घटना को अंजाम देने के बाद भी उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं है। आरोपी शाहरुख को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो वह मुस्कुरा रहा था। मयूराक्षी नदी के तट पर अंकिता का अंतिम संस्कार कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया।
परिजन को 10 लाख की सहायता
अंकिता के परिजन को राज्य सरकार ने दस लाख रुपये आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। सीएम हेमंत सोरेन ने दुमका की बिटिया को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। सीएम सोरेन ने अंकिता के परिजन को रु 10 लाख की सहायता राशि के साथ मामले को फास्ट ट्रैक से न्याय दिलाने का भी आश्वासन दिया है।