झारखंड में समुदाय विशेष के द्वारा पेट्रोल डालकर पीड़िता को जलाने के मामले में राज्य सरकार ने मृतका के परिवार को सुविधाएं दी है। जिसमें पीड़ित परिवार को एक सरकारी नौकरी, एक को पेंशन और भाई के एडमिशन दिलाया है। सीएम हेमंत सोरेन के छोटे भाई ने मुलाकात करके दी।
दुमका (झारखंड). झारखंड के दुमका में अंकिता सिंह की हत्या के बाद से राज्य के कई राजनीतिक दल हत्यारों को कड़ी सजा और परिजनों के लिए मुआवजा की मांग कर रहे थे। बीते दिनों भाजपा सांसद और नेता मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा और निशिकांत दुबे ने क्राउड फंडिग से परिजनों को करीब 27 लाख रुपए की मदद की थी। वहीं सोरेन सरकार ने अंकिता के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग को पूरा करते हुए उसकी बड़ी बहन को जिला उपभोक्ता फोरम में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दी है। दुमका के विधायक और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन ने पेट्रोल कांड पीड़िता के घर जाकर उसकी बड़ी बहन को नियुक्ति पत्र सौंपा। बता दें कि पेट्रोल कांड की पीड़िता के परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से10 लाख रुपए मुआवजे के साथ ही अंकिता की दादी को वृद्धावस्था पेंशन और उसके भाई का सिद्ध कान्हो उच्च विद्यालय में एडमिशन कराया गया है।
दुमका विधायक बसंत सोरेन पहुंचे अंकिता के घर
दुमका के विधायक और मुख्यमंत्री के भाई बसंत सोरेन अंकिता के घर पहुंचे और उसकी बहन को नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा। वे डीसी रवि शंकर शुक्ला, डीडीसी कर्ण सत्यार्थ, सीओ यामुन रविदास, दुमका सदर बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा के साथ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने नियुक्ति पत्र सौंपा और परिजनों से बात कर उनका हाल जाना।
अंकिता के गांव की सड़क को बनाने का दिया आदेश
अंकिता के घर पहुंचने पर कच्ची सड़क को देखकर विधायक बसंत सोरेन ने बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा को तत्काल निर्देश दिया कि 15 वे वित्त आयोग की राशि से पीड़िता के घर होते हुए पूरे गांव की सड़कों का पीसीसी निर्माण कराया जाए। बता दें कि 23 अगस्त की सुबह दुमका की रहने वाली अंकिता को उसी के मोहल्ले में रहने वाले शाहरुख हुसैन और उसके साथी नईम खान ने पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया था। उसके बाद से हत्यारे की फांसी को लेकर राज्य सहित देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं लोग परिजनों को मुआवजे और सहायता की भी मांग कर रहे थे।
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