
हजारीबाग (झारखंड). झारखंड के हजारीबाग में बीते दिनों एक दर्दनाक हादसा हुआ था। यहां महिंद्रा फाइनेंस के रिकवरी एजेंट ने एक गर्भवती महिला के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। दरअसल रिकवरी एजेंट ट्रैक्टर फाइनेंस के पैसे वसूलना आया हुआ था। जिसका महिला विरोध कर रही थी। इसके बाद एजेंट खरीदा हुआ ट्रैक्टर लेकर जाने लगा और इसी क्रम में महिला को रौंद दिया और महिला की जान चली गई। इस घटना के बाद काफी हंगामा हुआ। अब आरबीआई ने इस घटना के बाद महिंद्रा फाइनेस पर बड़ा एक्शन लिया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने महिंद्रा फाइनेस को ऋण वसूली के लिए तृतीय-पक्ष सेवाओं का उपयोग बंद करने का निर्देश दिया है।
RBI ने लिया यह फैसला
आरबीआई ने एक बयान में कहा कि गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी, हालांकि, अपने कर्मचारियों के माध्यम से वसूली या कब्ज़ा गतिविधियों को जारी रख सकती है। बयान में कहा गया है, “भारतीय रिजर्व बैंक ने आज … महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, मुंबई को आउटसोर्सिंग व्यवस्था के माध्यम से किसी भी वसूली या कब्जा गतिविधि को तुरंत बंद करने का निर्देश दिया है।”
आनंद महिंद्रा ने घटना को बताया था दुखद
इस घटना पर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा महिंद्रा फाइनेंस के सीईओ अनीश शाह के बयान का समर्थन करते हुए कहा था कि यह बहुत भयानक घटना है। हम परिवार के साथ खड़े हैं। बता दें, इस घटना पर महिंद्रा फाइनेंस ने बयान जारी करते हुए इस घटना पर दुख जताया था। कहा था यह एक मानव त्रासदी है, हम इस घटना की सभी तरीकों से जांच करवाएंगे। इसके साथ कंपनी कलेक्शन प्रोसेस में थर्ड पार्टी के कार्य के काम का रिव्यू करेगी। हम इस घटना में जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग करेंगे।
महिला की मौत के बाद एक कर्मचारी को पुलिस ने किया था गिरफ्तार
महिला की मौत के सिलसिले में पुलिस ने महिंद्रा फाइनेंस की एक फर्म टीम लीज के कर्मचारी रोशन को गिरफ्तार किया था। घटना के सामने आने के तुरंत बाद, महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनीश शाह ने आश्वासन दिया कि जांच के दौरान अधिकारियों को सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा, “हम इस घटना की सभी पहलुओं से जांच करेंगे और तीसरे पक्ष की संग्रह एजेंसियों का उपयोग करने की प्रथा की भी जांच करेंगे जो अस्तित्व में है।
महिंद्रा कंपनी ने कहा... हम आरबीआई के फैसले को मानेंगे
एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि आरबीआई के प्रतिबंध का संग्रह पर महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ेगा। अपने व्यवसाय के सामान्य क्रम में, कंपनी तीसरे पक्ष की एजेंसियों और अपने स्वयं के कर्मचारियों का उपयोग करके प्रति माह लगभग 4,000 से 5,000 वाहनों को वापस ले लेती है। हम उम्मीद करते हैं कि यह संख्या अस्थायी रूप से प्रति माह लगभग 3 हजार से 4 हजार तक कम हो जाएगी, क्योंकि कंपनी तत्काल प्रभाव से आरबीआई के आदेश को लागू करती है।
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