फ्रॉड के 4 केस: क्रेडिट कार्ड, बिजली बिल, एसी विज्ञापन के जाल में कैसे फंसे स्मार्ट लोग, आप भी रहें अलर्ट

साइबर ठगी से बचने के लिए जरूरी है कि किसी प्रकार की लिंक पर क्लिक ना करें। हैकर के पास आपके नंबर से डिटेल्स हैक करने के कई जरिए हैं। बैंक की डिटेल्स और ओटीपी किसी के साथ भी शेयर नहीं करें। 

Pawan Tiwari | Published : Jul 10, 2022 2:47 AM IST

जमशेदपुर. जमशेदपुर में साइबर ठगी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। 9 जुलाई को शहर के बिष्टुपुर स्थित साइबर थाना में साइबर ठगी के चार मामला दर्ज किया गया। गोलमुरी, गोविंदपुर और टेल्को के महिला और व्यक्ति को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया। पुलिस ने केस दर्ज करते हुए मामले का अनुशंधान शुरू कर दिया है। मालूम हो कि शहर में आए दिन साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन पुलिस ठगों को पकड़ नहीं पा रही है। रोज साइबर ठग यहां किसी ना किसी को अपना निशाना बना रहे है। 

लोन की राशि साइबर ठगों ने खाते से निकाले
गोलमुरी में रहने वाले रवि शंकर ने घर बनाने के लिए बैंक से एक लाख रुपए लोन लिया था। इसमें 44 हजार रुपए की अवैध निकासी साइबर ठगों ने कर ली है। रवि ने ऑनलाइन एक टी-शर्ट खरीदा था। टी-शर्ट उसे पंसंद नहीं आया तो वापस करने के लिए उसने कंपनी का नंबर गूगल पर सर्च कर कॉल किया। ठग ने उससे एनी डेस्क एप डाउनलोड कराया। आईडी और पासवर्ड भी ठग ने उससे पूछ लिया। फिर फ्लिपकार्ट में जाकर एटीएम नंबर नंबर डालने को कहा। नंबर डालते की उसके खाते से दो बार में 44 हजार रुपए की अवैध निकासी हो गई। 

बिजली बिल जमा करने के नाम पर ठग लिए 14 हजार
गोविंदपुर में रहने वाले सतीश कुमार सिंह से साइबर ठगों ने 14 हजार रुपए की ठगी की। बिजली बिल जमा करने के नाम पर उन्हें ठगी का शिकार बनाया। 8 जुलाई की शाम उनके वाट्सएप पर एक मैसेज आया। मैसेज में लिखा था कि बिल नहीं भरने पर घर की बिजली काट दी जाएगी। उन्होंने उक्त नंबर पर तुरंत कॉल किया। ठग ने सतीश कुमार सिंह से क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड कराया। उन्होंने आईडी और पासवर्ड पूछा और एक लिंक भेज 10 रुपए भेजने को कहा। लिंक पर पैसे भेजते ही उनके खाते से पैसों की अवैध निकासी हो गई। ठगों ने उनके नंबर को हैक कर उस नंबर पर व्हाट्सएप चलाया गया। परिचितों को मैसेज भेज पैसों की डिमांड की गई। कस्टमर के पास  6296836304 नंबर से मैसेज आया था। 

बुजुर्ग महिला से 63 हजार की ठगी
गोलमुरी में रहने वाली बुजुर्ग महिला परमजीत कौर से साइबर ठगों ने 63455 हजार रुपए की ठगी की है। 4 जुलाई को उन्हें एक नंबर से कॉल आया था। ठग ने खुद को बैंक का कर्मी बताया और क्रेडिट कार्ड सर्विस के बारे में पूछा। महिला द्वारा कहा गया कि वह क्रेडिट कार्ड बंद करना चाहती है। लेकिन वह अभी घर पर नहीं है इसलिए क्रेडिट कार्ड का नंबर नहीं बता पाएगी। महिला ने ठग को 4-5 दिन बाद कॉल करने को कहा। ठग ने उसी नंबर से 8 जुलाई को उन्हें  8482045418 नंबर से फोन किया और क्रेडिट कार्ड का नंबर पूछा। ओटीपी भी पूछा। नंबर और ओटीपी बताते ही उनके खाते से 3 बार में पैसों की अवैध निकासी हो गई। 

एसी बेचने के लिए डाला था विज्ञापन, हो गई ठगी
टेल्को शुभांजन साहू को साइबर ठगों ने 10 हजार रुपए का चूना लगाया है। शुभांजन साहू ने ओएलएक्स पर एसी बेचने का विज्ञापन डाला था। 9 जुलाई की सुबह कॉल आया। एसी खरीदने की बात बताई। एडवांस पेमेंट करने के लिए उन्हें एक लिंक भेजा। लिंक पर क्लिक करते ही उनके खाते से पांच बार में साइबर ठगों ने 10 हजार रुपए निकाल लिए। जिसके बाद वह शिकायत लेकर साइबर थाना पहुंचा। कस्टमर के पास  9668459441 नंबर से कॉल आया। 

लिंक पर क्लिक करने से बचे, क्विक सपोर्ट और एनी डेस्क एप डाउन ना करें: साइबर थाना प्रभारी
साइबर थाना प्रभारी उपेंद्र नाथ मंडल ने बताया कि साइबर ठगी से बचने के लिए किसी प्रकार की लिंक पर क्लिक ना करें। पहले सत्यता की जांच कर ले तब किसी लिंक पर क्लिक करें। साथ ही क्विक सपोर्ट एप, एनी डेस्क एप जैसे एप को डाउनलोड करने से बचे। ये सारे एप साइबर ठगों द्वारा चलाया जा रहा है। पुलिस साइबर ठगों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। जामताड़ा, राजस्थान समेत कई जगहो के साइबर ठग यहां सक्रिय हैं।

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