महागठबंधन के विधायकों को सीएम हेमंत सोरेन खूंटी जिले के लतरातू डैम में पिकनिक के लिए ले गए थे। करीब 4 घंटे वहां बिताने के बाद सभी रांची वापस लौट आए थे। अब सभी विधायकों को रायपुर शिफ्ट किए जाने से झारखंड में सियासी हलचल बढ़ गई है
रांची (झारखंड): झारखंड में एक बार फिर सियासी हलचल शुरू हो गई है। महागठबंधन के सभी विधायकों को रायपुर शिफ्ट किया जा रहा है। सीएम आवास से सभी विधायक दो बसों में सवार होकर रांची एयरपोर्ट पहुंचे। सीएम हेमंत सोरेन भी उनके साथ है। सीएम के अलावा कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता आदि शामिल हैं। इंडिगो की स्पेशल फ्लाइट से सभी रायपुर रवाना होंगे। सभी विधायकों का सामान 3 गाड़ियों से पहले ही एयरपोर्ट पहुंचा दिया गया था। इधर रांची एयरपोर्ट पर भी हलचल बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि 30 और 31 अगस्त तक महागठबंधन के सभी विधायक रायपुर में ही रहेंगे। सभी को रायपुर के मेफेयर रिसोर्ट ले जाया जाएगा। सीएम भी वहीं रहेंगे। दोपहर 12 बजे से ही सभी विधायक सीएम आवास में जुटने लगे थे। महागठबंधन के कुल 32 विधायकों को रांची से रायपुर एयर लिफ्ट किया जा रहा है।
लतरातू डैम में हुई थी पिकनिक
इससे पहले महागठबंधन के विधायकों को सीएम हेमंत सोरेन खूंटी जिले के लतरातू डैम में पिकनिक के लिए ले गए थे। करीब 4 घंटे वहां बिताने के बाद सभी रांची वापस लौट आए थे। अब सभी विधायकों को रायपुर शिफ्ट किए जाने से झारखंड में सियासी हलचल बढ़ गई है। सीएम हेमंत सोरेन किसी भी हाल में महागठबंधन के विधायकों को भाजपा के संपर्क में आने देना नहीं चाहते हैं। डर है कि महागठबंधन के कुछ विधायक भाजपा के संपर्क में है। अगर विधायक भाजपा में गए तो ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में फैसला आने के बाद हेमंत सोरेन को झारखंड में सरकार बनाने में परेशानी होगी। इसलिए वे खुद महागठबंधन के सभी विधायकों को एकजोड करने में जुटे हुए हैं।
कभी भी आ सकता है फैसला
पिछले कुछ दिनों से लगातार यह चर्चा हो रही है कि राज्यपाल ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में कभी भी फैसला सुना सकते हैं। फैसला हेमंत सोरेन के खिलाफ गया तो उनकी विधायकी चली जाएगी। सीएम की कुर्सी पर भी खतरा है। इधर, राज्यपाल इस मामले में कभी ऊना फैसला सुना सकते हैं।
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