
लातेहार (झारखंड). झारखंड में उग्रवादियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान में लातेहार की जिला पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान शनिवार को टीपीसी कमांडर आदेश गंझू समेत पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी अंजनी अंजन ने गुप्त सूचना के आधार पर टीम बनाई। इसके बाद टीम ने जंगल में छापेमारी कर कमांडर आदेश गंझू को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बाकी उग्रवादी घने जंगलों का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। इस बड़ी कार्रवाई में पुलिस को 8303 राउंड गोली, 30 हैंड ग्रेनेड, वाकी टॉकी, पिस्टल समेत कई अन्य सामान मिले। बाकी चार उग्रवादी दिलशेर हत्याकांड में पहले गिरफ्तार हुए है। जिनमें विजय गंझू, प्रताप गंझू, गुडन गंझू और सनोज उरांव शामिल है।
सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे
बता दे कि 40 एमएम हैंड ग्रेनेड एक अत्याधुनिक हथियार है। इसकी रिकवरी पहली बार झारखंड पुलिस के द्वारा की गई है। यह एक शक्तिशाली विस्फोटक है, जिसका प्रयोग कर सुरक्षाबलों, वाहनों को निशाना बनाकर भारी क्षति पहुंचाई जा सकती है। इतने अत्याधुनिक हथियार उग्रवादियों के पास कहां से आए और इसका उग्रवादी क्या प्रयोग करने वाले थे इसके बारे में जांच की जा रही है।
रेलवे साइडिंग पर आगजनी की थी योजना
एसपी अंजनी अंजनी को गुप्त सूचना मिली थी कि टीएसपीसी उग्रवादियों के द्वारा सीरम जंगल में स्थित दामोदर नदी के किनारे कुछ उग्रवादी जमा होकर कोयला साइडिंग में हमला और वाहनों में आगजनी की घटना को अंजाम देने के लिए योजना बना रहे हैं। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए आदेश गंझू को गिरफ्तार कर लिया।
कई जिलों में स्लीपर सेल का काम कर रहा था आदेश
उग्रवादी आदेश गंझू पहले भी कई घटनाओं में शामिल रहा है। लातेहार, चतरा और रांची जिले में डीपीसी के मुख्य स्लीपर सेल की तरह सक्रिय रहा है। गिरफ्तार होने के बाद पुलिस ने उसके निशानदेही पर भारी मात्रा में गोली और हथियार बरामद किया है।
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