झारखंड के पलामू जिले में धर्म विशेष के शिक्षक द्वारा धर्म का पाठ पढ़ाने का मामला सामने आया है। जिसके बाद पूजा कमेटी के साथ स्थानीय ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने उपायुक्त से करवाई की मांग की है।
पलामू: अक्सर यह देखा जाता है कि शिक्षक छात्र छात्राओं को किताबी ज्ञान के साथ-साथ सही और गलत की भी शिक्षा देते हैं। लेकिन झारखंड के पलामू जिले में कुछ उल्टा ही देखने को मिल रहा है। स्कूल के शिक्षक द्वारा छात्रों को किताबी ज्ञान के बजाय इस्लाम धर्म का ज्ञान पढ़ाया जा रहा है। मामला पलामू जिले के विश्रामपुर नगर परिषद मुख्यालय स्थित टेन प्लस 2 जनता उच्च विद्यालय का है। यहां के शिक्षक इरफान अंसारी छात्रों को इस्लाम धर्म का पाठ पढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं वह स्कूल के बच्चों को इस्लाम धर्म का पुस्तक भी बांट रहे थे। पुस्तक नहीं पढ़ने पर बच्चों को प्रताड़ित भी करते हैं। इस बात की जानकारी जब छात्रों के अभिभावकों को मिली तो अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने मिलकर हंगामा शुरू कर दिया।
अक्सर पढ़ाते थे इस्लाम धर्म का पाठ
स्थानीय पूजा कमेटी और कुछ स्थानीय लोग जब स्कूल गए तो देखें कि इरफान अंसारी सभी बच्चों को इस्लाम धर्म की पुस्तक देकर बच्चों को इस्लाम धर्म अपनाने की बात कह रहे थे। इतना देख पूजा कमेटी के सदस्य और स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और स्कूल के मुख्य द्वार पर हंगामा शुरू कर दिया। लेकिन बाद में प्राचार्य भोला राय के समझाने के बाद आक्रोशित ग्रामीण शांत हुए। प्रधानाध्यापक के समझाने के बाद ग्रामीण स्कूल से तो चले गए लेकिन अभिभावकों ने इस मामले को लेकर पलामू के उपायुक्त और जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिलकर शिक्षक इरफान अंसारी के ऊपर कार्यवाही की मांग करने लगे। इरफान अंसारी उर्दू के शिक्षक हैं और अभिभावकों का कहना है की वे मुस्लिम समुदाय के बच्चों को इस्लाम धर्म की शिक्षा दे सकते हैं इससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन हिंदू धर्म के बच्चों को इसकी शिक्षा देना अपराध है, वे इस गलती को नजरअंदाज नहीं कर सकते।
प्रिंसिपल ने शिक्षक को लगाई फटकार
स्थानीय लोगों द्वारा विरोध करने के बाद प्रधानाध्यापक ने लोगों को शांत कराते हुए शिक्षक के ऊपर कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए उन्हें शांत कराया। प्रधानाध्यापक भोला राम ने इस विवाद के बारे में कहा कि मामला संज्ञान में आने के बाद शिक्षक इरफान अंसारी को फटकार लगाई गई है। इन पर विभागीय कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारियों को लिखा जायेगा। ऐसा करना गलत है।
मैंने कुछ गलत नहीं किया: शिक्षक
जनता टेन प्लस टू स्कूल विश्रामपुर के शिक्षक इरफान अंसारी ने इस मामले में कहा है की स्कूल के बच्चों के बीच इस्लामिक पुस्तक का वितरण उन्होंने अपने मन से किया है। मेरे द्वारा कुछ गलत नहीं किया गया है। अगर इस्लाम धर्म का पुस्तक किसी को पसंद नहीं तो वे वापस कर सकते हैं।
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